Rajasthan Assembly Session 2025: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को सदन में सत्रांत तक अनुपस्थित रहने की अनुमति दे दी है. इसके लिए उन्होंने सदन में इसके लिए हां या ना तरीके से वोट करवाया. इस दौरान नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि ''किरोड़ी लाल मीणा कोई बीमार नहीं हैं, बल्कि वो मजबूर हैं''. गौरतलब है कि किरोड़ी लाल मीणा कृषि मंत्री हैं, उनकी जगह पंचायती राज मंत्री ओटाराम देवासी को कृषि से जुड़े जवाब देने के लिए सरकार नियुक्त किया है.
इससे पहले विधानसभा शुरू होते ही जब देवासी अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों के बारे में जैसे ही जवाब देने लगे, तब विपक्ष ने यह कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को विधानसभा में बुलाया जाए. अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों पर सरकार द्वारा सही से जवाब नहीं देने पर जूली ने कहा कि सरकार को जवाब देना पड़ेगा.
''अतिवृष्टि से 50% से अधिक फसलें बर्बाद हो चुकी हैं''
जूली ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''राजस्थान में अतिवृष्टि से 50% से अधिक फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, लेकिन भाजपा सरकार इसे मात्र 33% दिखाकर किसानों के साथ विश्वासघात कर रही है. सरकार से जब यह पूछा गया कि अब तक कितने किसानों को मुआवजा दिया गया है, तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. किसान भारी नुकसान में हैं, लेकिन सरकार उनकी मदद करने के बजाय आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है.
''कितने किसानों को मुआवजा मिला?''
उन्होंने लिखा, ''सरकार से सीधा सवाल है कि आखिर किसानों के नुकसान को कम करके क्यों दिखाया जा रहा है और अब तक कितने किसानों को मुआवजा मिला? यदि सहायता दी गई है, तो सरकार इसका संख्यात्मक विवरण क्यों नहीं दे रही? सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसानों को उचित मुआवजा कब तक मिलेगा? मंत्री जी, अब जवाब देना ही पड़ेगा.''