समरावता में किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम को झेलनी पड़ी ग्रामीणों की नाराजगी, मंत्री जी ने कहा- वह गांव के बाहर के लोग

किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम ग्रामीणों के साथ घटना को लेकर बैठक कर रहे थे. इसी दौरान वहां बैठे ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाया.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

Rajasthan News: राजस्थान के देवली उनियारा जिले में स्थित समरावता गांव में उपचुनाव के दौरान नरेश मीणा ने SDM अमित कुमार को थप्पड़ मारा था. इस थप्पड़ कांड के बाद समरावता गांव में पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई थी. जिसमें गांव में हिंसा फैली और काफी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा गांव के लोगों को भारी क्षति पहुंची थी. इस घटना के बाद समरावता गांव के लोगों में काफी आक्रोश है और लोगों का कहना है कि यहां निर्दोष लोगों को हिरासत में लिया गया और महिलाओं और बच्चों को बेरहमी से पुलिस ने पीटा है. इस घटना पर सियासी बवाल भी हो रहा है. अब इस घटना पर सरकार की ओर से मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम समरावता गांव पहुंचे थे. लेकिन यहां उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा.

किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम ग्रामीणों के साथ घटना को लेकर बैठक कर रहे थे. इसी दौरान वहां बैठे ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाया. जबकि निर्दोष लोगों को हिरासत लेने की कार्रवाई का भी विरोध किया. जबकि ग्रामीणों ने नरेश मीणा का समर्थन किया और उनका साथ देने का फैसला किया. इसके साथ ही नरेश मीणा की रिहाई की भी मांग की गई. ग्रामीणों की बढ़ती नाराजगी देख किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम समरावता गांव से लौट गए.

Advertisement
Advertisement

गांव के बाहर के लोग बिगाड़ रहे माहौल

समरावता गांव से लौटने के बाद मीडिया से बात करते हुए जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि गांव में बाहर के कुछ लोग हैं जो माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. समरावता गांव के जो लोग हैं कि वह सरकार के साथ है. समरावता गांव को लेकिन बेढम ने कहा कि उनकी मांग है कि समरावता को देवली से हटाकर उनियारा में दे दिया जाए. इस पर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि यह उनकी ही करतूत है जिससे गांव को दिक्कत हो रही है. बेढम ने कहा कि जो भी हंगामा कर रहे हैं वह एक भी गांव के लोग नहीं है. कुछ लोग प्रायोजित तरीके से अपनी राजनीति के लिए षडयंत्र रच रहे हैं. लेकिन गांव के लोग सरकार के साथ हैं.

Advertisement

10 लाख इकट्ठा कर दो नरेश मीणा की नहीं होगी रिहाई

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने गांव वालों की नाराजगी को लेकर कहा कि पूरा गांव एक तरफ है, एक मछली तलाब को गंदा करने की कोशिश करें तो उससे गंदा थोड़ी हो जाएगा. जब मुख्यमंत्री से बात हो गई और हम केवल इन लोगों को खबर देने आए हैं, वह भी दूसरी बार. दो-दो मंत्री हैं, इलाके के अधिकारी हैं. आपने कह दिया कि 200 मोटरसाइकिल जल गई है, तो नाम दे दो, जांच हो जाएगी. सरकार के रिकॉर्ड में सात मोटरसाइकिल गांव की जली और बाकी 32 मोटरसाइकिल बाहर की थी. किसी वाहन या किसी नुकसान ज्यादा हुआ है तो हमें लिखकर दे दे. सरकार उसका सर्वे कराएगी और सबकी मदद करेगी.

वहीं नरेश मीणा की रिहाई को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि रिहाई की यह बेतुकी मांग है. गांव सभ्य लोगों को कुछ शरारती तत्व भहका रहे हैं. कैसे भी संभव नहीं है. 10 लाख भी इकट्ठा कर दो तो भी रिहाई नहीं हो सकती है.

यह भी पढ़ेंः उदयपुर में दिख रहा BJP vs BJP, विधायक के खिलाफ मुखर हुए पारस सिंघवी, छोड़ दी उपमहापौर की कुर्सी