Rajasthan News: देशभर में बीते कुछ समय चल रहे किसान आंदोलन का राजस्थान में नया रूप देखने को मिलेगा. राजस्थान के करीब 40 हजार से अधिक गांव के किसान गांव बंद आंदोलन की तैयारी में जुटे हुए हैं. इसके लिए किसान नेता गांव-गांव जाकर आंदोलन के लिए किसानों को एकजुट कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, अब तक 26 जिलों के किसानों का समर्थन भी मिल चुका है. वहीं, अन्य जिलों के किसानों से गांव बंद आंदोलन के लिए संपर्क किया जा रहा है. 29 जनवरी को होने वाले गांव बंद आंदोलन की तैयारी को लेकर रविवार को अलवर के हरसोली में किसान महापंचायत आयोजित की गई.
26 जिलों के किसान हुए एकजुट
किसान नेता रामपाल जाट ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पंजाब समेत कई राज्यों में किसान विभिन्न मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अब किसानों ने गांव बंद आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए किसान गांव-गांव घूम रहे हैं और गांव बंद आंदोलन के लिए किसानों से समर्थन की मांग कर रहे हैं. अभी तक इस आंदोलन के लिए राजस्थान में 26 जिलों के किसानों का समर्थन मिल चुका है. यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा.
45537 गांव में लागू होगा गांव बंद आंदोलन
रामपाल जाट के अनुसार, किसानों के प्रदर्शन की शुरुआत 2010 में दूदू से हुई. आज यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा है. पंजाब व हरियाणा में किसान धरने पर बैठे हैं. यह आंदोलन किसानों की पीड़ा में से शुरू हुआ. आज हरसोली में 21 गांव की किसान महापंचायत हुई. इसी को लेकर गांव बंद की रणनीति बनाई जाएगी. इस सभा में सैकड़ों किसान मौजूद रहे.
किसान महापंचायत में फैसला हुआ कि राजस्थान में 29 जनवरी को गांव बंद आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान गांव का कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जाएगा. न ही वह रेलगाड़ी, बस या किसी वाहन का इस्तेमाल करेगा. हालांकि, आपातकालीन स्थिति में गांव बंद लागू नहीं होगा. मतलब आपातकालीन स्थिति में गांव के लोग आ जा सकेंगे. यह आंदोलन 45537 गांव में प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा. इस आंदोलन से किसानों को जोड़ने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है.