Kota News: राजस्थान में रिकॉर्ड तोड गर्मी अब जानलेवा बन रही है. प्रदेश का कोचिंग हब कोटा में इस साल भीषण गर्मी में अचानक लावारिस शवों के मिलने का मामला सामने आया है. इनकी तादाद में हुई बढ़ोत्तरी ने प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जिले में 48.2 डिग्री दिन का तापमान दर्ज हुआ है. कोटा में रिकॉर्ड तोड़ रहे पारे के बीच एमबीएस और मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी से मौतों के ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं, जो चौंकाने वाले हैं. चार दिन में तो 27 मौतें हो चुकी हैं.
कई सालों से लावारिस शवों का कर रही है अंतिम संस्कार
कोटा के कर्मियों की सेवा संस्थान पिछले कई सालों से लावारिस शवों के अंतिम संस्कार का काम कर रहे हैं, लेकिन इस साल भीषण गर्मी के बीच संस्थान के अध्यक्ष राजाराम कर्मयोगी को पुलिस थानों से अचानक कई अज्ञात शव के मिलने की सूचनाएं लगातार मिल रही हैं. अब तक 2 दिन में उन्हें करीब 21 अज्ञात शव कोटा के अलग- अलग थाना इलाकों में मिले है. 48 घंटे बाद नियम अनुसार लावारिस शव का अंतिम संस्कार किया जाता है.
गर्मी के दिनों में बड़ी संख्या में मिल रही हैं लावारिस लाशें
मंगलवार को भी 7 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार संस्था के जरिए किया गया था. राजाराम कर्मयोगी ने बताया कि पिछले 24 सालों से उनकी संस्था लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर रही है, लेकिन गर्मी के दिनों में इतनी बड़ी संख्या में लावारिस शवों का मिलना ऐसा पहली बार हो रहा है. इनकी मौतों का कारण भीषण गर्मी को माना जा रहै है. लेकिन यह आधिकारिक नहीं है की आखिर मौत के कारण क्या है.
अस्पतालों के मुर्दाघरों में नहीं बची जगह
गौरतलब है कि कोटा के अस्पतालों के मुर्दाघरों में जगह नहीं बची हैं. एमबीएस अस्पताल में 12 और मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर में 9 शव रखे हुए है. पुलिस ने दोनों अस्पतालों में 7 का पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद इनका अंतिम संस्कार कराया जा रहा है. लावारिस हालत में मिले कुछ शवों की शिनाख्त हो गई है.सोमवार को कोटा में मिले लावारिस शवों में से 5 कोटा के स्टेशन क्षेत्र में भीख मांगने वाले के थे.
पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया
वहीं एक नयापुरा क्षेत्र की एक दरगाह पर सेवा करने वाले मुन्ना खान की निकली. और उनके परिजनों ने अस्पताल में पहुंचकर शव की पहचान की. इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. रामपुरा कोतवाली क्षेत्र में मिले अज्ञात शव की शिनाख्त मथुरा लाल के रूप में हुई, जिसके परिजनों से पुलिस ने संपर्क किया और शव परिजनों को सौंपा.
प्रशासन ने अन्य लावारिस शवों की पहचान के लिए भी जानकारी साझा की है, जिसमें बताया गया है कि लावारिस हालत में मिले एक शव जवाहर नगर थाना क्षेत्र से, 6 जीआरपी थाना क्षेत्र से, 2 रामपुर कोतवाली क्षेत्र से और एक अज्ञात है. एक शव भीमगंजमंडी से, एक नयापुरा थाना क्षेत्र से मिला है. कर्मयोगी सेवा संस्थान की ओर से दो दिन में मिले 21 लावारिस शवों में से 27 मई को 11 और मंगलवार को 7 शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है.
बढ़ोतरी के आंकड़े डराने वाले
कोटा में लावारिस शवों के मिलने के मामले में बढ़ोतरी के आंकड़े डराने वाले हैं. जिला प्रशासन सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप गर्मी से आमजन को राहत प्रदान करने के लिए इंतजामों में जुटा हुआ है. गर्मी से राहत के लिए तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं, लेकिन लावारिस लाशों के मामलों में हीट स्ट्रोक से फिलहाल एक भी मौत मानने को प्रशासन तैयार नहीं है. इस बारे में कलक्टर का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौतों का कारण स्पष्ट सामने आएगा.