Madan Dilawar Kota Visit: कोटा में शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर का आज भी अंदाज कुछ अलग नजर आया. जिले की ग्राम पंचायत बोरावास (लाडपुरा पंचायत समिति) में ग्रामीण सेवा शिविर आयोजित किया गया. जब मंत्री दिलावर वहां पहुंचे तो उन्हें देखकर कर्मचारी हैरान रह गए. समय पर नहीं पहुंचने के चलते मंत्री ने एसडीएम को फटकार भी लगाई. शिविर सुबह 10:15 बजे शुरू होना था और निरीक्षण करने के लिए शिविर स्थल पर कैबिनेट मंत्री भी पहुंच गए. लेकिन मौके पर अधिकारी की गैर-मौजूदगी पर मंत्री भड़क गए. इसके बाद उन्होंने मौके से ही एसडीएम को कॉल लगाकर फटकार भी लगाई. हालात यह है कि दिलावर को देखकर आनन-फानन में कर्मचारी भी शिविर मे दौड़े. मौके पर टेंट तो लगा हुआ था, लेकिन कुर्सी खाली पड़ी हुई थी.
मंत्री ने पूछा- शिविर का समय क्या है?
आंगनबाड़ी की महिला कार्यकर्ताओं ने कुर्सियो के पीछे बैनर लगाना शुरू किया. मंत्री ने मौके से ही उपखंड अधिकारी (एसडीएम) गजेंद्र सिंह को कॉल किया और पूछा कि शिविर का टाइम क्या है? एसडीएम ने जवाब दिया- 9:30 से 6 बजे तक. जवाब में मंत्री दिलावर ने कहा कि अभी 10:15 बजे मैं ग्राम पंचायत बोराबास के शिविर स्थल पर पहुंचा हूं, यहां पर अभी तक शिविर शुरू ही नहीं हुआ है और कोई जिम्मेदार अधिकारी भी मौके पर उपस्थित नहीं है.
नायाब तहसीलदार की भी ली क्लास
इसके बाद मंत्री मदन दिलावर ने उपस्थित कर्मचारियों सें परिचय लिया. शिविर मे 18 विभागों के अधिकारियों को उपस्थित रहना होता है, लेकिन 3-4 विभाग के ही कर्मचारी उपस्थित मिले. मंडाना के नायब तहसीलदार लेखराज स्वामी का कहना है कि हम समय से आ गए थे, लेकिन पंचायत कार्यालय के कक्ष में बैठे थे. इसके बाद दिलावर ने सवाल किया कि शिविर कमरे में आयोजित करने के निर्देश हैं क्या? नायब तहसीलदार ने जवाब देते हुए कहा कि ग्रामीणों के आने का इंतेज़ार कर रहे थे.
दिलावर ने रजिस्टर में लगाया ये नोट
मंत्री मदन दिलावर ने नायाब तहसीलदार से उपस्थिति रजिस्टर मांग कर उस पर नोट लगाया. मंत्री ने लिखा, "10:27 बजे तक उपरोक्त कर्मचारी ही उपस्थित थे, वो भी कमरे के अंदर बैठे थे. मंत्री ने रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर समय भी अंकित किया." इस दौरान सरपंच अर्जुन गुंजल, सहायक खंड विकास अधिकारी सत्येंद्र मीणा और ग्राम विकास अधिकारी सौरभ शर्मा भी शिविर में पहुंचे. इसके बाद शिविर 10:37 बजे औपचारिक रूप से शुरू हुआ. शिविर में लगभग एक घंटे तक दिलावर खुद भी मौजूद रहे और ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कराया.
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