Kota Suicide: कोटा में 24 घंटे के अंदर दो छात्रों ने दी जान, हरियाणा के बाद अब MP के छात्र ने किया सुसाइड

Kota Student Suicide: नए साल की शुरुआत होते ही कोटा में एक बार फिर से कोचिंग छात्रों के सुसाइड मामले सामने आने लगे हैं. 24 घंटे के अंदर दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली है.

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कोटा में 24 घंटे के अंदर और छात्र ने की आत्महत्या

Kota Coaching Student Suicide: राजस्थान के कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. 24 घंटे के अंदर कोटा में बुधवार को एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली. छात्र के आत्महत्या करने का यह मामला कोटा के विज्ञान नगर इलाके के अम्बेडकर नगर का है. जानकारी के मुताबिक, मृतक छात्र की पहचान मध्य प्रदेश के गुना निवासी अभिषेक के रूप में हुई है. छात्र कोटा में रहकर जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा था.

इससे पहले गुरुवार रात को हरियाणा के रहने वाले छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि बुधवार को एक और छात्र ने सुसाइड कर लिया.

परिजनों का फोन नहीं उठाया तो हुआ शक

एडिशनल एसपी दिलीप सैनी के अनुसार, परिवारजनों की ओर से छात्र अभिषेक लोधा को फोन किये जा रहे थे, लेकिन आज उसने फोन नहीं रिसीव किया तो परिजनों को अनहोनी का अंदेशा हुआ. इसके बाद उन्होंने पीजी संचालक को सूचना दी. जब  देखा तो छात्र ने कमरे में फांसी का फंदा लगाया हुआ था. छात्र के सुसाइड की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. 

कल हरियाणा के छात्र ने दी थी जान

इससे पहले गुरुवार रात को एक हरियाणा निवासी छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी छात्र नीरज का शव राजीव गांधी नगर इलाके में बने उसके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला था. नीरज बीते 2 साल से कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र में आनंद कुंज रेजीडेंसी में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था. 

कोटा में घटी कोचिंग स्टूडेंट की संख्या

बता दें कि साल 2024 में कोटा 17 छात्रों के सुसाइड की घटना हुई थी. जबकि इससे पहले वर्ष 2023 में दोगुना 26 कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए थे. लगातार कोचिंग छात्रों के बढ़ते मामलों की वजह से कोटा में छात्रों की संख्या घटकर 85,000 से एक लाख तक रह गई.

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कोटा जिलाधिकारी रवींद्र गोस्वामी के मुताबिक, आमतौर पर कोटा में कोचिंग छात्रों की संख्या करीब दो-ढाई लाख होती थी. इससे वार्षिक राजस्व में भी कमी आई जो 2023 में 6,500-7,000 करोड़ रुपये से घटकर 3,500 करोड़ रुपये रह गया.

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