Kota Suicide: कोटा में सुसाइड के डरावने आंकड़े! 4 महीने में 9 छात्रों ने दी जान; एंटी हैंगिंग डिवाइस पर बड़ा खुलासा

Kota Suicide: कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग करने वाले छात्रों के सुसाइड का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब एंटी हैंगिंग डिवाइस पर बड़ा खुलासा हुआ है.

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Kota Student Suicide: राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग करने वाले छात्रों के सुसाइड का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस साल जनवरी से लेकर अब तक कोटा में कोचिंग करने कुल 9 छात्रों ने आत्महत्या की है. इन डरावने आंकड़े के बावजूद केंद्र सरकार की गाइडलाइन का सख्ती पालन नहीं किया जा रहा है. कोटा में कई ऐसे पीजी और हॉस्टल हैं, जहां पर एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगाई गई है. 

हर साल कोचिंग के लिए आते 2 लाख छात्र

देशभर से हर साल करीब डेढ़ से दो लाख छात्र मेडिकल की कोचिंग के लिए आते हैं. कोटा शहर की इकोनॉमी भी कोचिंग पर टिकी हुई है. यहां पर करीब 3500 हॉस्टल और पीजी हैं, जिनमें एक लाख 75 हजार कमरे हैं. इनमें से 70 कमरे पीजी के हैं, जिनका न तो कोई आधिकारिक संगठन है. न ही इनकी मॉनिटरिंग के लिए कोई ठोस इंतजाम है. हॉस्टल एसोसिएशन ने बताया कि कोटा में 80 फीसदी से अधिक हॉस्टल में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाए जा चुके हैं. 

ध्यान देने वाली बात है कि कोटा में सबसे ज्यादा पीजी संचालक हैं और 70 हजार के करीब कमरे में हैं. एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने का काम कर रही कंपनी का ही दावा है कि उन्होंने अब तक सिर्फ कोटा में 30 से 35000 कमरों में ही एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाए है. 

एक ही कंपनी लगा रही डिवाइस

बड़ी बात है कि एक ही कंपनी कोटा में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने का काम कर रही है. इसको लेकर भी लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. कंपनी की डिवाइस को सप्लाई करने की क्षमता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वैसे ही मॉनिटरिंग में ढिलाई और ऊपर से कंपनी द्वारा ऑर्डर के बाद 10, 12 दिन से ज्यादा का वेटिंग का वक्त बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है. 

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कोटा में कंपनी का काम देख रहे प्रतिनिधि बताते हैं कि सिर्फ सुसाइड के मामले सामने आने के बाद ही एंटी हैंगिंग डिवाइस की डिमांड आती है. कुछ दिन बाद वापस हालात वहीं हो जाते है. खास बात है कि 2023 में कोटा में सुसाइड के रिकॉर्ड आंकड़े सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी. हॉस्टल और पीजी के सभी कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने का आदेश दिया था.

कोटा सुसाइड केसः 2024 में अब तक छात्रों ने की खुदकुशी

1. 23 जनवरी - छात्र मोहम्मद जैद, (19 वर्ष), UP के मुरादाबाद का रहने वाला जैद कोटा के जवाहर नगर राजीव गांधी नगर रहता था. जैद ने फांसी लगाई थी. वह NEET की तैयारी कर रहा था.

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2. 29 जनवरी- छात्रा निहारिका सिंह. NEET की तैयारी कर रही थी. बोरखेड़ा इलाके में रहती थी. निहारिका MP की रहने वाली थी. निहारिका का शव भी फंदे से लटका मिला था.

3. 1 फरवरी- नूर मोहम्मद. विज्ञान नगर इलाके में रहता था. UP के गोंडा जिले का रहने वाला था. JEE की तैयारी कर रहा था. नूर मोहम्मद ने भी फांसी लगाई थी.

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4. 16 फरवरी- परमजीत राय. जमशेदपुर झारखंड का रहने वाला था. कोटा में NEET की तैयारी कर रहा था. रेजोनेंस पर पढ़ता था. जवाहर नगर में रहता था. परमजीत ने भी फांसी लगाई थी. 

5. 21 फरवरी. रचित सोंधिया. जवाहर नगर में रहता था. एमपी के राजगढ़ का रहने वाला था. जवाहर नगर में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था. गरडिया महादेव मंदिर के जंगल से कूदकर जान दी.

6. 18 फरवरी. शिवम राघव. UP के अलीगढ़ का रहने वाला था. कोटा में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था. जहरीला पदार्थ खाकर शिवम ने जान दी थी. 

7. 09 मार्च. अभिषेक. बिहार के भागलपुर का रहने वाला था. कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था. अभिषेक ने भी खुदकुशी की थी. 

8. 28 अप्रैल. सुमित. हरियाणा का रहने वाला था. कुन्हाड़ी में रह कर NEET की तैयारी कर रहा है. 19 साल के सुमित ने भी फांसी लगाई थी. 

9. 30 अप्रैल. भरत. राजस्थान के धौलपुर का रहने वाला भरत कोटा के जवाहर नगर में रह रहा था. 20 साल का भरत NEET की तैयारी कर रहा था. भरत ने भी फांसी लगाई थी. 

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