कोटा में दो दोस्तों की अनूठी शादी, एक ही मंडप में लिए सात फेरे और मौलवी ने पढ़ाया निकाह

kota News: कोटा शहर में दो दोस्तों ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है. 40 साल की अपनी दोस्ती को अपने बेटों की शादी तक पहुंचा दिया है. इसे देखकर हर तरफ लोग उनकी तारीफ करते नजर आ रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Kota Unique Marriage

Kota Unique Marriage: देश की कोचिंग नगरी के रूप में कोटा शहर में एक ऐसा विवाह समारोह संपन्न हुआ, जिसने सामाजिक सौहार्द और अटूट दोस्ती की एक अनूठी मिसाल पेश की है. यहां दो दशकों पुराने मित्र परिवारों ने एक ही मंडप में अपने बेटों की शादी रचाकर गंगा-जमुनी तहज़ीब का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अनोखे विवाह समारोह की चर्चा पूरे शहर में हो रही है.

 40 वर्षों से चली आ रही गहरी दोस्ती

दरअसल, अब्दुल रऊफ और विश्वजीत चक्रवर्ती  दो गहरे दोस्तों के परिवारों के बीच पिछले 40 सालों से गहरी दोस्ती चली आ रही है. उनकी दोस्ती इतनी गहरी है कि व्यापार साथ करने के बाद दोनों ने अपने घर भी आसपास ही बनवा लिए, ताकि उनकी मुलाकातें कभी कम न हों. पिता से मिली इस नायाब विरासत को अगली पीढ़ी ने भी बखूबी निभाया. 

एक ही मंडप में की बेटों की शादी  

दोनों दोस्तों के बेटों की जब शादी की बात आई तब तो दोनों परिवारों ने मिलकर एक साथ, एक ही मंडप में शादी और निकाह करने का फैसला लिया. यहां तक की निमंत्रण पत्र में भी एक ही छपवाए. जिसमें अब्दुल रऊफ के बेटे यूनुस परवेज अंसारी  का निकाह और विश्वजीत चक्रवर्ती के बेटे सौरभ के विवाह की  जानकारी एक साथ दी गई थी. 

एक ने पढ़ा निकाह तो दूसरे ने लिए सात फेरे

कार्ड में बताया कि यूनुस का निकाह फरहीन अंसारी के साथ संपन्न हुआ, जबकि सौरभ ने श्रेष्ठा के साथ सनातन धर्म की रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे लिए. इस अद्भुत संगम को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए.

Advertisement

दोनों परिवारों ने दिल खोल किया मेहमानों का स्वागत

विवाह के बाद किए रिसेप्शन में भी गंगा जमुनी तहजीब की झलक मिली. एक दूसरे के  मेहमानों का स्वागत दोनों परिवारों ने दिल खोल कर किया. समारोह में हर धर्म और समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इस अनूठे आयोजन को और भी खास बना दिया.

उनके बीच धर्म कभी दीवार नहीं बना- दोनों दूल्हें

दोनों दूल्हों विश्वजीत और अब्दुल रऊफ का कहना है कि उनके बीच धर्म कभी दीवार नहीं बना. दोनों परिवार एक-दूसरे के त्योहारों को पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं. उनके लिए बेटों की यह संयुक्त शादी कोई अलग बात नहीं है, क्योंकि वे हर फैसला मिलकर लेते हैं.इस शादी में सबसे खास बात यह रही कि दोनों बेटों, सौरभ और यूनुस ने भी अपने पिताओं की दोस्ती को उसी गर्मजोशी और प्यार से आगे बढ़ाया.

Advertisement

यह भी पढ़ें: Rajasthan: अलवर में सीवरेज चैंबर में ग‍िरा सफाईकर्मी, बचाने उतरा 15 साल का क‍िशोर; दोनों की मौत 

Topics mentioned in this article