साल 2020 में 6 करोड़ की लागत से बनी कुपड़ा ओवर ब्रिज... 5 साल में इस कदर हुई जर्जर, अब बन गई है जानलेवा

कुपड़ा तक जाने वाला 7 किलोमीटर लंबा मार्ग आज बुरी तरह टूट चुका है. सड़क पर करीब सैकड़ों बड़े गड्ढे हैं, जिनसे होकर गुजरना राहगीरों के लिए चुनौती बन गया है.

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कुपड़ा ऑवर ब्रिज

Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से महज 6–7 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे 927 पर बना कुपड़ा ऑवर ब्रिज और उससे जुड़ा मार्ग इन दिनों लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. करीब 6 करोड़ की लागत से बना यह पुल 15 मई 2018 को शुरू होकर 28 जनवरी 2020 को पूरा हुआ था. लेकिन घटिया गुणवत्ता और भ्रष्टाचार के कारण महज कुछ समय  बाद ही इसकी हालत खस्ताहाल हो गई. पुल के सीमेंट ब्लॉकों में दरारें आ गईं, मिट्टी निकलने लगी और गैप को भरने के लिए लकड़ी के गट्टे ठूंसकर जुगाड़ किया गया.

7 किलोमीटर मार्ग पर 70 गड्ढे

कुपड़ा तक जाने वाला 7 किलोमीटर लंबा मार्ग आज बुरी तरह टूट चुका है. सड़क पर करीब सैकड़ों बड़े गड्ढे हैं, जिनसे होकर गुजरना राहगीरों के लिए चुनौती बन गया है. बरसात में इन गड्ढों में पानी और कीचड़ भर जाता है, वहीं गर्मी के दिनों में धूल उड़ने से लोगों का जीना मुश्किल हो जाता है. कुपड़ा ब्रिज के पास सड़क धंसने से स्थिति और अधिक खतरनाक हो गई है.

हादसों का सिलसिला जारी

रोजाना इस मार्ग पर छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं. दोपहिया वाहन चालक गड्ढों में फंसकर घायल हो रहे हैं, वहीं भारी वाहन पलटने के खतरे से गुजर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर चलना अब खतरे से खाली नहीं है.

ग्रामीणों का विरोध और नाराजगी

सड़क धंसने के बाद ग्रामीणों ने मौके पर हंगामा कर विरोध जताया. उन्होंने बताया कि पूर्व में कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीणों का आरोप है कि भ्रष्टाचार और लापरवाही के चलते यह सड़क और पुल लंबे समय से बदहाल पड़े हैं.

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महत्वपूर्ण मार्ग पर बढ़ती परेशानी

यह मार्ग तलवाड़ा, कुपड़ा और आसपास के कई गांवों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण रास्ता है. साथ ही नेशनल हाईवे 927 का भी ट्रेफिक ज्यादा होता है रोजाना सैकड़ों लोग इसी मार्ग से आवागमन करते हैं. ऐसे में इसकी खस्ताहाल स्थिति न केवल दुर्घटनाओं का कारण बन रही है, बल्कि आमजन की परेशानी भी बढ़ा रही है.

ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन तत्काल इस मार्ग और पुल की मरम्मत कराए. यदि जल्द कार्य शुरू नहीं हुआ तो बड़े हादसे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.

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