Rajasthan News: सीकर के खाटूश्यामजी में प्रसिद्ध बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी फाल्गुन मेला कल 28 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. मेले की तैयारियों को लेकर श्री श्याम मंदिर कमेटी लगातार तैयारी में जूटी हुई है. मंदिर कमेटी द्वारा बाबा श्याम के मंदिर को भव्य व दिव्य रूप से सजाया गया है. बाबा श्याम का दरबार प्रतिवर्ष फाल्गुन मेले में अलौकिक सजाया जाता है. इस बार भी श्री श्याम मंदिर कमेटी ने सजावट का प्रोजेक्ट एएनके इनोवेशन और उत्सव वेडिंग्स को दिया है.
इस बार यह होगा आकर्षण का केंद्र
इस बार मुख्य मंदिर में भगवान कृष्ण को शीश का दान देते हुए बर्बरीक नजर आयेंगे. वहीं मंदिर में प्रवेश करने वाली कतारों के एक तरफ कुरूक्षेत्र में भगवान कृष्ण सारथी के रूप में अर्जुन के रथ पर विराजमान रहेंगे, जिससे महाभारत का दृश्य दिखेगा. वहीं एक तरफ भगवान कृष्ण लीलाएं करते हुए नजर आएंगे, जिसमें कृष्ण भगवान रास रचाते व फाल्गुन में होली खेलते नजर आयेंगे. इसके साथ ही श्याम दरबार में घंटियां लगाई गई हैं.
5 देशों से मंगवाए गए फूलों की सजावट
कंपनी के अविराम पातरा ने बताया कि सजावट के लिए चीन, न्यूजीलैंड सहित 5 देशों से हाइड्रेंजिया, लिली, रेडबेरी, ऑर्किड फूल मंगवाए जा रहे हैं. प्रवेश द्वार पर नारियल बंधे हुए नजर आएंगे. वहीं 75 फीट रास्ते पर ऊपर रंग बिरंगी डिजाइन के छाते लटकाए गए हैं. सजावट के लिए 2000 छाते अहमदाबाद से मंगवाएं गए हैं.
14 लाइनों में दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु
मेले में आने वाले भक्तों के लिए लखदातार मैदान में इस बार सुरक्षा, सुविधा और सौंदर्यीकरण के विशेष इंतजाम किए गए हैं. लखदातार मैदान में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 16 वॉच टावर लगाए गए हैं. 32 सीसीटीवी कैमरे और एक बड़ा कैमरा हर गतिविधि पर नजर रखेगा. भीड़ नियंत्रण के लिए व विशेष परिस्थितियों के लिए 16 आपातकालीन गेट तैयार किए गए हैं. लखदातार मैदान में सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए 8 सर्विस लाइन्स बनाई गई हैं. मैदान में 67 रैलिंग लगाई गई हैं, जिससे भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके.
गर्मी और उमस से राहत देने के लिए 20 बड़े पंखे और 33 एक्जॉस्ट फैन लगाए गए हैं. इसके साथ ही उच्च गुणवत्ता की लाइटिंग लगाई गई है. श्रद्धालुओं को ठंडक देने के लिए फॉगिंग फव्वारे लगाए गए हैं. पूरे क्षेत्र में पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है. 400×400 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैले लखदातार मैदान को 6 ब्लॉक में विभाजित किया गया है, जिससे आयोजन सुचारु रूप से संचालित हो सके. बाबा श्याम के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 14 लाइन बनाई गई है. इन 14 लाइन से श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे.
खाटूश्यामजी-रींगस रास्ते पर वाहन प्रतिबंधित
पुलिस प्रशासन ने भी इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा और सुगम यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए हैं. मेले के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए खाटूश्यामजी-रींगस सड़क मार्ग पर वाहन प्रतिबंधित रहेंगे और पार्किंग की व्यवस्था चार प्रमुख स्थानों पर की गई है. छोटे वाहन व नियमित बसें एनएच-52 मंढ़ा मोड़ से होते हुए मण्ढा के रास्ते प्रवेश कर 52 बीघा सरकारी पार्किंग से होते हुए शाहपुरा ग्राम होते हुए वाहनों की निकासी की जायेगी. निजी बसों की पार्किंग सांवलपुरा के रास्ते किसान गौशाला के पास निर्धारित की गई है. दांता रोड से आने वाले साधनों की पीडब्ल्यूडी चौकी के पास पार्किंग होगी. लामिया की ओर से आने वाले वाहन सीतारामपुरा जोहड़ी में पार्क होंगे.
इसके साथ ही आपात स्थिति के लिए मंढ़ा ग्राम में एक अतिरिक्त पार्किंग की ओर व्यवस्था की गई. खाटूश्यामजी-रींगस सड़क मार्ग को नो व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है. सुरक्षा की दृष्टि से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र 22 सैक्टरों में विभाजित किया गया है, ताकि सुरक्षा और प्रबंधन प्रभावी तरीके से किया जा सके. प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे दिए गए निर्देशों का पालन करें और निर्धारित मार्गों का उपयोग करें ताकि यात्रा सुरक्षित और सुगम बनी रहे.
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