Rajasthan News: कांग्रेस नेता के भांजे की हत्या करने के मकसद से श्रीगंगानगर आए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के 7 शूटर आदर्श सिनेमा के पीछे बाजार में बनी दुकानों के ऊपर कमरों में ठहरे थे. ये कमरे उन्हें हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले सुखराम ने दिलवाए थे. यहीं से उन शार्प शूटरों ने सुनील पहलवान की रैकी शुरू की थी. हालांकि वारदात को अंजाम देने से पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल काउंटर इंटेलिजेंस सेल ने उन्हें हथियारों समेत गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ करने दिल्ली गई थी श्रीगंगानगर पुलिस
दिल्ली पुलिस ने श्रीगंगानगर में दो बार रेड मारी. लेकिन लोकल पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई. पहली बार तीन युवक काबू में आए और दूसरी बार शूटर्स को पकड़ा गया. इस वक्त वे सभी दिल्ली पुलिस की कस्टडी में हैं और इनसे पूछताछ की जा रही है. इन शार्प शूटर्स से पूछताछ करने के लिए श्रीगंगानगर से भी एक पुलिस टीम भेजी गई थी, जो वापस आ गई है. इस पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई के करीबी आरजू बिश्नोई का नाम सामने आया है. शूटर्स का कहना है कि आरजू ने ही सुनील को मारने की सुपारी दी थी.
सुनील पहलवान ने दर्ज करवाया मुकदमा
इस बीच सुनील पहलवान ने सदर थाना में सुखराम और रितेश समेत सातों शूटर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया. सुनील ने बताया, 'दिल्ली पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मुझे पता चला कि मेरी रैकी की जा रही है. तब से मैं और मेरा परिवार भयभीत है. हम जान माल का खतरा है. मैं चाहता हूं कि मॉडर्न हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों को हमारी सुरक्षा में लगाया जाए. साथ ही आत्मरक्षा के लिए मुझे लाइसेंसी हथियार दिया जाए.' पुलिस ने बताया कि मुकदमे की जांच सब इंस्पेक्टर हंसराज को दी गई है. सब इंस्पेक्टर हंसराज ही पिछले साल 27 अक्टूबर को सुनील पहलवान को मिली जान से मारने की धमकी वाले केस की जांच कर रहे हैं.
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