रामगंज मंडी के डंपिंग यार्ड में जानलेवा हालात, सैलरी के दलदल में फंसे बच्चों का वीडियो वायरल

घटना ने रामगंज मंडी औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की खामियों को उजागर कर दिया है. इस क्षेत्र में सैकड़ों कोटा स्टोन की फैक्ट्रियां हैं और फैक्ट्रियों के आसपास ही सैलरी को डंप किया जाता है.

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बच्चों को निकालते लोग

Kota Stone Salary: कोटा स्टोन की सैलरी में फंसे बच्चों का एक मामला कोटा के रामगंज मंडी औद्योगिक क्षेत्र से सामने आया है. यहां डंपिंग यार्ड में खेलते-खेलते मजदूरों के बच्चे पहुंच गए और देखते ही देखते सैलरी के दलदल में धंसने लगे. मौके पर मौजूद मजदूरों ने स्थिति को भांपते हुए तुरंत रेस्क्यू शुरू किया और कड़ी मशक्कत के बाद तीनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने का यह रेस्क्यू ऑपरेशन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह मजदूर जान जोखिम में डालकर कोटा स्टोन की सैलरी के दलदल में फंसे बच्चों को बाहर निकाल रहे हैं. गनीमत रही कि समय रहते रेस्क्यू हो गया और तीनों बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं.

क्षेत्र में सैकड़ों कोटा स्टोन की फैक्ट्रियां हैं

इस घटना ने रामगंज मंडी औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की खामियों को उजागर कर दिया है. इस क्षेत्र में सैकड़ों कोटा स्टोन की फैक्ट्रियां हैं और फैक्ट्रियों के आसपास ही सैलरी को डंप किया जाता है. हजारों मजदूर परिवार इसी इलाके में रहते हैं, ऐसे में बच्चों और मजदूरों की सुरक्षा को लेकर हमेशा खतरा बना रहता है. हैरानी की बात यह रही कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस तक भी नहीं पहुंची.

कोटा स्टोन की सैलरी को सूखने में ज्यादा वक्त लगता है

जानकारों के अनुसार सर्दियों के मौसम में कोटा स्टोन की सैलरी को सूखने में ज्यादा वक्त लगता है, जिससे वह लंबे समय तक दलदल जैसी बनी रहती है. वहीं गर्मियों में तापमान अधिक होने के कारण सैलरी जल्दी सख्त होकर सूख जाती है. ऐसे में सर्दी के मौसम में डंपिंग यार्ड बच्चों और आसपास रहने वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं.

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