जगन्नाथ पुरी और अहमदाबाद की तरह उदयपुर में निकलेगी भगवान जगन्नाथ यात्रा, 80 किलो चांदी से बन रहा रथ

अहमदाबाद की तरह राजस्थान के उदयपुर में भी 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए भगवान जगन्नाथ के रथ को चांदी से सजाया जा रहा.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Jagannath Rath Yatra: जगन्नाथ पुरी और अहमदाबाद में 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए भव्य तैयारियां चल रही है. रथ यात्रा से लेकर यहां सुरक्षा व्यवस्था तक सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं राजस्थान के उदयपुर में भी 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए भगवान जगन्नाथ के रथ को 80 किलो चांदी से बनाया और सजाया जा रहा है. इसके साथ ही रथ यात्रा के लिए बाकी तैयारियां भी किये गए हैं.

उदयपुर में निकलने वाली रथयात्रा समिति के अध्यक्ष राजेंद्र श्रीमाली बताते है कि रथ को पिछले दो महीने से तैयार किया जा रहा है. यह यात्रा चार धामों की यात्रा के बराबर होती हैं. यह यात्रा पुराने शहर का चक्कर लगा कर पुनः जगदीश मंदिर आती है, जहां पर भगवान जगन्नाथ की महाआरती होती है.

Advertisement

रथ के लिए 30 किलो चांदी और दिया गया

भगवान जगन्नाथ के पुराने रथ को बिना किसी नुकसान के नये रूप में बनाया जा रहा है. रथ में पहले 49.700 किलो की चांदी से रथ बना था लेकिन अब इसमें 30 किलो चांदी जोड़ा जा रहा है. यानी रथ में 80 किलो चांदी इस्तेमाल किया गया है. भगवान के सिंहासन को यथावत रखा गया है. नए खम्भों पर हैदराबादी नक्काशी की गई है और रथ के शिखर के कलश पर सोने का वर्क किया गया है.

Advertisement

रथ को समिति के सदस्य इस रथ को बारी-बारी से खींचते हैं. इसमें करीब 150 सदस्यों की एक टीम यह काम करती है. इसके साथ ही यात्रा में शामिल होने वाले भक्त भी सहयोग करते हैं.

Advertisement

रथ यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकलेगी रथ यात्रा

जगदीश मंदिर से निकलने वाली यात्रा में रथ में प्रभु जगन्नाथ स्वामी, माता लक्ष्मी, दानी राय जी के साथ विराजित होकर शहर के विभिन्न स्थानों के भ्रमण पर निकलेंगे. जगदीश चौक से रथयात्रा रवाना होगी. रथ को भक्त रस्सी से खींचकर भगवान को नगर भ्रमण कराएंगे. सजे-धजे हाथी-घोड़े रहेंगे तो महिलाएं अपनी वेशभूषा में मंगल कलश लेकर चलेंगी. भगवान को रजत रथ में विराजित होने जब भगवान का रथ शहर के विभिन्न मार्गो से यात्रा निकलेगी पूरे मार्ग पर करीब 21,000 से ज्यादा केसरिया झंडे लगाये गए है.यात्रा में शामिल होने वाले भक्त व रथ को खींचने वाले भक्त पारंपरिक ड्रेस सफेद झब्बा, पायजामा,धोती, सिर पर पाग धारण कर शामिल होंगे. सैकड़ों महिलाएं जगदीश मंदिर से कलश लेकर भजन गाते हुई यात्रा में चलेगी.

य़ह भी पढ़ेंः Shri Sanwaliya Seth Temple: श्री सांवलिया जी का खुला भंडार, पहले दिन की गिनती में मिले 7.70 करोड़ रुपए, टूट सकता है जून का रिकॉर्ड