Rajasthan News: लोकसभा स्पीकर (Lok Sabha Speaker) के चुनाव से पहले राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने एक्स पर ट्वीट करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगी दलों को सलाह दी है. गहलोत ने कहा है कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) स्पीकर के माध्यम से ऐसे फैसले करवाएगी जो NDA के छोटे सहयोगी दलों के हित में नहीं होंगे. इसीलिए वोटिंग सोच समझकर करें.'
'पहली बार हुआ विवाद'
कांग्रेस नेता ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'यह तो पहले दिन से ही लग रहा था कि स्पीकर पद को लेकर भाजपा के मन में खोट है, जो आज साबित भी हो गया. पहली बार ऐसा हुआ कि प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर विवाद हुआ, जबकि प्रोटेम स्पीकर का काम केवल नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाना है. हर बार सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाने की स्वस्थ परंपरा सदन में रही है. भाजपा नेता जनता के सामने कहते हैं कि पक्ष-विपक्ष को साथ लेकर चलेंगे, परन्तु I.N.D.I.A. गठबंधन के सहयोग के आश्वासन के बावजूद स्पीकर पद पर भी एकतरफा फैसला करने का प्रयास किया. यह दिखाता है कि भाजपा आने वाले दिनों में स्पीकर के माध्यम से ऐसे फैसले करवाएगी जो NDA के छोटे सहयोगी दलों के हित में नहीं होंगे. NDA के सहयोगी दलों को कल सोच समझकर स्पीकर के चुनाव में मतदान करना चाहिए क्योंकि कल उनके द्वारा लिया गया निर्णय उनके दल का भविष्य भी तय करेगा.'
11 बजे शुरू होगी वोटिंग
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बातचीत विफल होने के बाद भाजपा सांसद ओम बिरला (Om Birla) और कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश (Kodikunnil Suresh) ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. यह पहली बार है जब लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है. विपक्ष ने सरकार समर्थित उम्मीदवार ओम बिरला को समर्थन देने पर सहमति जताई थी, बशर्ते कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाए. जाहिर तौर पर दोनों पक्ष में इस बात पर सहमति नहीं बन पाने की वजह से लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव की नौबत आई है, जिसके बाद भाजपा हमलावर हो गई है. लोकसभा स्पीकर के चुनाव के लिए वोटिंग आज सुबह 11 बजे शुरू होगी. स्पीकर के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री अपने मंत्रिपरिषद का परिचय सदन से कराएंगे.
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