Jagannath Rath Yatra 2024: चांदी के रथ में नगर भ्रमण पर निकलेंगे प्रभु जगन्नाथ, 21बंदूकों से दी जाएगी सलामी

राजसी ठाट-बाट के साथ सज-धज कर भगवान जगन्नाथ स्वामी आज यानी 7 जुलाई को भक्तों को दर्शन देंगे. आज पूरे साल भगवान जगन्नाथ के इस मनमोहक स्वरूप के अद्भुत दर्शन का लाभ भक्त उठाएंगे.

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Jagannath Rath Yatra 2024: पुरी के साथ-साथ देशभर के जगन्नाथ मंदिरों में जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath rath yatra 2024) की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इसी क्रम में उदयपुर (Udaipur) के जगदीश मंदिर ( Jagdish Mandir) से भी जगन्नाथ यात्रा की तैयारियां पूरी हो चुकी है. जिसे आखिरी वक्त में अमलीजामा पहनाया जा रहा था. राजसी ठाट-बाट के साथ सज-धज कर भगवान जगन्नाथ स्वामी आज यानी 7 जुलाई को भक्तों को दर्शन देंगे. आज पूरे साल भगवान जगन्नाथ के इस मनमोहक स्वरूप के अद्भुत दर्शन का लाभ भक्त उठाएंगे.

भगवान जगन्नाथ स्वामी, माता महालक्ष्मी, दानी रायजी

21 बंदूकों की सलामी के साथ शुरू होगी जगन्नाथ यात्रा

इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ स्वामी, माता महालक्ष्मी, दानी रायजी की श्रृंगारित मनमोहन प्रतिमाएं राजसी वस्त्र धारण किए हुए चांदी के रथ में विराजमान होंगी. रथ यात्रा में जगदीश मंदिर से प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की भी प्रतिमा पालकी में विराजित की गई है. इसके अलावा जगदीश मंदिर से 1001 मातृ शक्ति महिलाओं को पारंपरिक चुनरी और पिले कलर के पहनावे में सिर पर कलश रख कर भजन गाती हुई यात्रा के साथ चलेगी. भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का आगाज 21 बंदूकों की सलामी, शंखनाथ के साथ होगा.

चांदी के रथ में विराजमान होंगे भगवान जगन्नाथ

40 झांकियां, 11 सुसज्जित घोड़े बनेंगे यात्रा का हिस्सा

यात्रा की तैयारियों के बारे में रथ यात्रा समिति ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बार यात्रा और भी ऐतिहासिक और भव्य होगी. इसकी खूबसूरती बढ़ाने के लिए आगे-आगे 11 सुसज्जित घोड़े चलेंगे, विभिन्न समाजों, संगठनों, धार्मिक संस्थाओं की 40 झांकियां विभिन्न स्वरूपों में रथ के साथ चलेंगी. इस अवसर पर समिति के संरक्षक घनश्याम चावला, संयोजक दिनेश मकवाना, रथ समिति अध्यक्ष राजेंद्र श्रीमाली मौजूद रहे. रथ यात्रा में शामिल होने वाले पुरुष और महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में होंगे.

 51 भक्त नंगे पैर से खींचेंगे रथ

भगवान जगन्नाथ स्वामी के रथ को 51 भक्त नंगे पैर से खींचेंगे. इस दौरान यात्रा के मार्ग पर लगातार गंगाजल और गोमूत्र का छिड़काव किया जाएगा. साथ ही, रथ यात्रा के पूरे मार्ग पर भक्तों के जरिए पुष्प वर्षा की जाएगी. इसके अलावा, जब रथ विभिन्न समुदायों के मंदिरों के सामने आएगा, तो उनके मुख्य पुजारी भगवान की आरती करेंगे, और उन्हें नारियल चढ़ाकर सम्मानित करेंगे और उनका आशीर्वाद लेंगे. रथ यात्रा के दौरान भक्तों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने पांच एम्बुलेंस और एक फायर ब्रिगेड की भी व्यवस्था की है.

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