मदन दिलावर ने कहा- राजनीतिक द्वेष से नहीं हुआ है शिक्षा विभाग में ट्रांसफर... किसी को हटाया नहीं गया

मदन दिलावर ने यह भी कहा है कि इस ट्रांसफर में प्रयास किया गया है कि रिक्त पदों पर स्थानान्तरण हो. अगर किसी को हटाकर स्थानान्तरण किया गया है तो उसको भी उसी जिले में समायोजित करने का प्रयास किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
मदन दिलावर और गोविंद सिंह डोटासरा

Madan Dilawar: राजस्थान में बीते 22 सितंबर को बड़े स्तर पर प्रिंसिपल की ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई. शिक्षा विभाग ने 4527 प्रिंसिपल के ट्रांसफर की लिस्ट जारी की. हालांकि इस पर राजनीति तब तेज हो गई. जब राजस्थान के कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्रांसफर लिस्ट पर आपत्ति जताई और कहा कि यह ट्रांसफर राजनीतिक द्वेष से किया गया है. हालांकि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि किसी राजनीतिक द्वेष से ट्रांसफर लिस्ट जारी नहीं की गई है.

मदन दिलावर ने कहा कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से शिक्षा विभाग में स्थानान्तरण नहीं किया गया था. वहीं काफी लंबे समय से शिक्षकों के स्थानान्तरण की मांग थी. उसको ध्यान में रखते हुए ट्रांसफर किए गए हैं.

किसी को नहीं हटाया गया- दिलावर

मदन दिलावर ने यह भी कहा है कि इस ट्रांसफर में प्रयास किया गया है कि रिक्त पदों पर स्थानान्तरण हो. अगर किसी को हटाकर स्थानान्तरण किया गया है तो उसको भी उसी जिले में समायोजित करने का प्रयास किया गया है. किसी भी राजनीतिक दुर्भावना से सरकार ने स्थानान्तरण नहीं किए हैं. 

उन्होंने बताया कि कुल 4527 की सूची जारी की गई है. जिसमें से लगभग कार्मिकों को 2400 रिक्त पदों पर लगाया गया है, जिससे राजकोष पर कम से कम भार पड़े. लगभग 1306 प्रिंसिपल को प्रशासनिक आधार पर या शिकायतन लगाया गया है. इसके साथ पीएम श्री विद्यालय के 218 रिक्त पदों पर भी प्रिंसिपल लगाए गए है.

Advertisement

लक्ष्मणगढ़ से ट्रांसफर कर जालोर, सिरोही और बाड़ेमर- डोटासरा

वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि दिलावर साहब से आप क्या अपेक्षा कर सकते हैं. मेरे लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में 2019 में कांग्रेस सरकार के समय लगाए गए प्रिंसिपल को हटा दिया गया है. यह कहकर कि ये डोटासरा के लगाए हुए हैं, उन सभी को जालोर, सिरोही और बाड़मेर भेज दिया गया. इस तरह न तो वे वहां मन से काम कर पाएंगे और न ही यहां.'' उन्होंने कहा, ''इसमें जाति विशेष को भी टार्गेट किया गया है. मेरे यहां से करीब 60-65 लोग ट्रांसफर किए गए हैं. ऐसी राजनीतिक दुर्भावना मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखी.

यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी के दौरे से पहले बांसवाड़ा सांसद का प्रदर्शन, न्यूक्लियर पावर प्लांट से प्रभावित लोगों को नहीं मिला मुआवजा

Advertisement