Rajasthan Makar Sankranti: जयपुर में पतंगबाजी की वजह से अब तक 44 लोग घायल, 10 की हालत गंभीर; SMS अस्पताल में इलाज जारी

Jaipur Kite Festival: गुलाबी नगरी कहे जाने वाले जयपुर का आसमान सुबह होते ही रंग-बिरंगी पतंगों से भर गया और दिन भर लोग छतों, मैदानों व गलियों से पतंगबाजी का आनंद लेते रहे। शाम ढलते ही पतंगों की जगह उड़ने वाली लालटेन और आतिशबाजी ने ले ली.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

जयपुर में पतंग उड़ाते हुए लोग.

Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी की वजह से अब तक 44 लोग घायल हो गए हैं. इनमें 17 बच्चे भी शामिल हैं. जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में इनका इलाज चल रहा है. घायलों में 10 से ज्यादा ऐसे मरीज हैं, जिनके पतंग उड़ाने के दौरान गिरने व लूटने के दौरान टक्कर लगने से सिर में चोट आई है. वहीं 11 लोगों को मांझे से चेहरे, हाथ और गले पर कट लग गए हैं. डॉक्टर के मुताबिक, करीब 10 गंभीर मरीजों को पोलीट्रॉमा वार्ड में भर्ती किया गया है.

जयपुर में पतंगबाजी के बाद शाम को हुई आतिशबाजी.
Photo Credit: PTI

सीएम-डिप्टी CM ने भी उड़ाई पतंग

जयपुर में मंगलवार को दिन की शुरुआत में अच्छी धूप निकली थी. पिछले दो दिन की तुलना में आसमान साफ था और पतंगबाजी के लिए अनुकूल हवा चल रही थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जयपुर में जल महल पर पतंग उत्सव की शुरुआत गुब्बारे एवं पतंग उड़ाकर की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने सपत्नीक पिंजरापोल गौशाला में गौ सेवा की. जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त गेश दाधीच और पुलिस उपायुक्त तेजस्वनी गौतम ने झालाना कच्ची बस्ती पहुंच कर बच्चों के साथ मकर संक्रांति मनायी.

जल महल की पाल पर पतंग उड़ाते हुए सीएम भजनलाल शर्मा.
Photo Credit: X@BhajanlalBjp

अक्षय कुमार ने जयपुर में उड़ाई पतंग

अक्षय कुमार ने पतंग उड़ाने का अपना वीडियो 'एक्स' पर पोस्ट किया. जयपुर में एक फिल्म की शूटिंग के लिए आए अक्षय ने पतंग उड़ाई, जबकि परेश रावल ने उनके लिए ‘चरखी' थामी. उन्होंने लिखा, 'अपने प्यारे दोस्त परेश रावल के साथ 'भूत बंगला' के सेट पर मकर संक्रांति का जश्न मना रहा हूं! उन्होंने पोंगल, उत्तरायण और बीहू की शुभकामनाएं भी दीं.'

Advertisement

चरम पर रही पतंग-मांझे की बिक्री

शहर में अनेक जगह मांझे से घायल हुए पक्षियों के इलाज की भी व्यवस्था की गई. विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पक्षियों को बचाने और उनके उपचार के लिए शहर में कई जगह शिविर लगाए. सोमवार रात को हांडीपुरा इलाके एवं हल्दियों का रास्ता समेत कई बाजारों में पतंगों और मांझे की बिक्री चरम पर रही. प्रशासन ने चीनी मांझे पर प्रतिबंध लगा रखा है.

ये भी पढ़ें:- राजस्थान में 16 जनवरी तक स्कूलों में बढ़ाई गई छुट्टी, जानें कौन-कौन से जिलों में आया आदेश

Advertisement