राजस्थान में अब विधायक भी हुए साइबर ठगों के शिकार, बैंक खाते से बिना OTP के उड़ाए 90 हजार रुपये

साइबर ठग इतने शातिर है कि अब वह माननीय विधायक तक भी नहीं छोड़ रहे हैं. साइबर ठगों ने विधायक के खाते से बिना OTP के 90 हजार रुपये उड़ा लिये.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: राजस्थान में साइबर ठगी तेजी से बढ़ रही है. हालांकि पुलिस प्रशासन के द्वारा साइबर ठगों के खिलाफ मोर्चा खोला गया. पुलिस ने साइबर ठगों पर शिकंजा कसने के लिए 'ऑपरेशन एंटी वायरस' शुरू किया गया है. इसके तहत साइबर ठगों को खोज-खोज कर निकाला जा रहा है. वहीं जो साइबर ठग फरार है उनके घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है. इसके बावजूद साइबर ठगी का मामला कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं. इस बार साइबर ठग ने राजस्थान के माननीय विधायक को ही शिकार बनाया है.

साइबर ठग इतने शातिर है कि अब वह माननीय विधायक तक भी नहीं छोड़ रहे हैं. उन्हें भी अपने जाल में फंसा कर उनसे पैसे लूट रहे हैं. ऐसे में आम आदमी इन शातिर साइबर ठगों से कैसे बच पाएगी.

Advertisement

बीएसपी के विधायक से हुई साइबर ठगी

चूरू जिले के सादुलपुर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक मनोज कुमार ने साइबर धोखाधरी का मामला दर्ज करवाया है. उन्होंने राजधानी जयपुर में ज्योति नगर थाने में साइबर ठगी का मामला दर्ज करवाया है. उन्होंने बताया है कि शातिर ठगों ने उनसे UPI के जरिए ठगी की है, और उनके बैंक खाते से करीब 1 लाख रुपये की ठगी की है. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

Advertisement

Manoj Kumar BSP MLA

बैंक खाते से निकाले 20 हजार फिर 70 हजार

जयपुर स्थित ज्योति नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक (ASI) उदयवीर सिंह ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार (21 अगस्त) को बीएसपी विधायक मनोज कुमार ने FIR दर्ज करवाया है. इस एफआईआर में उन्होंने आरोप लगाया है कि UPI के जरिए धोखाधड़ी कर उनके बैंक खाते से 90 हजार रुपये निकाल लिये गए हैं. पुलिस ने बताया कि विधायक के बैंक खाते से 4 अगस्त को पहले 20 हजार रुपये निकाले गए. वहीं 20 अगस्त को दोबारा 70 हजार रुपये निकाल लिये गए. इसमें यह भी बताया गया है कि इस ट्रांजक्शन के लिए उनके पास न ही कोई कॉल आया है और न ही OTP आई है.

Advertisement

पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है. हालांकि अब तक पुलिस को इस बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है.