एमबीएम यूनिवर्सिटी की स्थापना दिवस पर बवाल, BJP विधायक के कहने पर भी कुलपति ने नहीं खोला मेन गेट

एमबीएम यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट का ताला नहीं खुलने के बाद बाहर सड़क पर ही कुर्सियां लगाकर इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने वाले मंगनीराम बांगड़ के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए.

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MBM University foundation day

MBM Engineering Collage: देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में शुमार रहे जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज (MBM Engineering Collage) जो अब यूनिवर्सिटी बन चुका है. इस संस्थान के स्थापना दिवस के मौके पर बुधवार (14 अगस्त) को इसे स्थापित करने वाले सेठ मंगनी राम बांगड़ और मथुरादास माथुर को श्रद्धांजलि देने के लिए एमबीएम एल्युमिनी एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम सड़क पर आयोजित की गई. क्योंकि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के गेट पर ताला जड़ दिया. जबकि इस कार्यक्रम के लिए माननीय विधायक भी पहुंचे थे.

इस कार्यक्रम में  सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी को भी आमंत्रित किया गया था. लेकिन वे जब वहां पहुंचे तो विश्वविद्यालय के गेट पर ताला लटका हुआ था. इसके बाद सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी और एल्यूमिनी एसोसिएशन के लोगों ने कुलपति प्रोफेसर अजय शर्मा से संपर्क करने के प्रयास किया. जबकि विधायक देवेंद्र जोशी की कुलपति से बात भी हुई. लेकिन इसके बावजूद यूनिवर्सिटी के गेट का ताला नहीं खुला.

यूनिवर्सिटी गेट पर ही हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम

यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट का ताला नहीं खुलने के बाद बाहर सड़क पर ही कुर्सियां लगाकर इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने वाले मंगनीराम बांगड़ के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए.

विधायक देवेंद्र जोशी ने कहा कि कुलपति की हठधर्मिता से यह हुआ है. मैं इसकी निंदा करता हूं जिन लोगों ने इस संस्थान को बनाया और यहां से पढ़कर निकलने वाले लोगों ने न केवल देश यहां तक कि विदेश में उसकी पहचान बनाई. ऐसे महापुरुष के साथ व्यवहार उचित नहीं है . उम्मीद करता हूं कि यूनिवर्सिटी कुलपति आगे से इसका ध्यान रखेंगे. 

विधायक ने कहा कि एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज का देश में नाम था और है. आज एल्युमिनी एसोसिएशन की वजह से ही सरकार ने 2021 में इसे विश्वविद्यालय बनाया. यहां से देश के नामचीन इंजीनियर निकले हैं. ऐसे में सभी को अधिकार है कि वह संस्थान को स्थापित करने वाले को वालों को याद करें और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें. उम्मीद करता हूं कि अगले वर्ष सभी एल्यूमिनी और हम सब साथ मिलकर सेठ मंगनीराम बांगड़ को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.

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