चित्तौड़गढ़ के गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी को लेकर हाल ही में उपजे विवाद पर अब यूनिवर्सिटी प्रशासन की प्रतिक्रिया सामने आई है. यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. सुनील कुमार गदिया ने फेसबुक पोस्ट के साथ-साथ इस पूरे विवाद पर यूनिवर्सिटी के यूट्यूब चैनल से एक वीडियो जारी कर अपना पक्ष स्पष्ट किया है. यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने 29 जुलाई को कैंपस में हुई हलचल को कुछ असामाजिक और असंतुष्ट तत्वों की साजिश का परिणाम बताया है. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से 15 दिन में निष्पक्ष जांच की मांग की है. चेयरमैन ने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन हर तरह के जांच के तैयार है और उसमें पूरा सहयोग करेगा.
मालूम हो कि बीते 29 जुलाई को मेवाड़ यूनिवर्सिटी में राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अचानक छापा मारकर फर्जी डिग्री का आरोप लगाया था. कृषि मंत्री ने SOG जांच पर भी सवाल उठाए थे.
चेयरमैन बोले- किरोड़ी लाल को आधी-अधूरी जानकारी देकर किया गया भ्रमित
अब यूनिर्वसिटी के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को भ्रमित कर आधी-अधूरी जानकारी दी गई, जिससे वे गुमराह हो गए. एक छात्र को मोहरा बनाकर मनगढ़ंत शिकायतें उनके सामने रखी गईं. डॉ. गदिया के अनुसार, मीणा बिना तथ्य जांचे ही मीडिया के सामने आकर गंभीर आरोप लगा बैठे, जिससे यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा पर आंच आई.
यूनिवर्सिटी के चेयरमैन द्वारा फेसबुक पर साझा किया गया वीडियो संदेश.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सीएम से 15 दिन में निष्पक्ष जांच की मांग की
उन्होंने स्पष्ट किया कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी हर जांच के लिए तैयार है और मुख्यमंत्री से अपील की कि 15 दिनों में निष्पक्ष जांच करवाई जाए. उन्होंने आशंका जताई कि इस तरह की नकारात्मक खबरें छात्रों के प्लेसमेंट को प्रभावित कर सकती हैं.
चेयरमैन ने सभी छात्रों, स्टाफ और अभिभावकों को भरोसा दिलाया कि यूनिवर्सिटी में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं है और संस्थान पूरी पारदर्शिता से संचालित हो रहा है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं बल्कि हजारों छात्रों का भविष्य है, जिसे वे किसी भी कीमत पर दांव पर नहीं लगने देंगे.
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