मेवात की इस जगह फैला हुआ है साइबर फ्रॉड का जाल, पहाड़ों में छिपकर लोगों को बनाते थे अपना निशाना

SHO मदन लाल मीणा ने आगे बताया कि dream 11 के अलावा ये लोग किसी को भी अपने जाल मे फंसाने के लिए सोश्ल मीडिया पर फर्जी लड़कियों के प्रोफाइल बनाकर फेसबुक के जरिए फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उससे चैट करते उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो लेकर उसे ब्लैकमेल करते थे.

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Rajasthan News: राजस्थान के अंदर इस समय पुलिस के लिए साइबर फ्रॉड परेशानी का सबब बना हुआ है. कई कोशिशों के बाद भी साईबर ठगी के मामलों पर लगाम लगाना मुश्किल हो गया है. हालात ये है कि आए दिन ठगी का कोई ना कोई मामला सामने आता रहता है. ये ठग इतने शातिर होते है कि यह इस काम को घर बैठे - बैठे या फिर पहाड़ की तलियो में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को अपना निशाना बनाते हैं, जिनसे इनकी असली लोकेशन जल्द ट्रेस न हो पाए. 

इसी कड़ी में साइबर ठगों की कड़ी में नया नाम मेवात के डीग का जुड़ने लगा है जो साइबर ठगी के नाम पर झारखंड के जामताड़ा के बाद अब दूसरे स्थान पर आता है. वहीं मेवात में ठगी के मामलों को बढ़ता देख नोमान सरपंच ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है. वे इसके लिए कई बार गांवों में पंचायत भी कर चुके हैं, फिर भी उन्हें अभी तक इस कोशिश में किसी भी तरह की कोई सफलता हासिल नहीं हुई है. साइबर ठगों के खिलाफ उनका मानना है कि साइबर ठगों की जमीनों को कुर्क कर देना चाहिए, जो 2021 से पहले नरेगा और मजदूरी का काम करते थे. वे आज आलीशान मकान में रहते है और उनके घरों  के बाहर गाड़ी - ट्रैक्टर्स  खड़ी रहती हैं. 

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वहीं वे यह भी मामने है कि हाल ही में आईजी राहुल प्रकाश और एसपी राजेश कुमार मीणा  की नियुक्ति  होने पर इन मामलों में कमा आई है.  उन्होंने कहा कि जबसे इन दोनों अधिकारियों के मेवात में डीग के अंदर  कदम पड़े हैं  साइबर ठगी का ग्राफ गिरा है. डीग पुलिस लगातार साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. 

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पहाड़ के नीचे से चलाते थे ठगी का सेंटर

हाल ही में जुरेहरा पुलिस ने गांव बामणी में 15 साईबर ठगों के गिरोह को गिरफ्तार किया था. उनके पास से 23 मोबाइल और फर्जी सिम, एटीएम कार्ड बरामद किए गए थे. वहीं उसके दूसरे दिन केथवाड़ा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 साईबर ठगों को गिरफ्तार किया  था और 6 बालापचारियों को डिटेन कर उनके पास से  2 लाख 80 हजार ,18 मोबाईल, 21 सिम कार्ड और अन्य ठगी का सामान बरामद किया. पकड़े गए साईबर ठगों से पूछताछ के जरिए चौंकाने वाला तथ्य सामने आया. उन सबी ने बताया कि वह इसे पहाड़ के नीचे पुलिस से बचने के लिए ठगी का सेंटर चलाते थे, जो देश के कई राज्यों के लोगों को अपना शिकार बनाकर उन्हें  करोड़ों रुपए का चूना लगा चूके है. 

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मामले को लेकर केथावाड़ा SHO मदन लाल मीणा ने बताया कि ऑपरेशन एंटी वायरस के जरिए डीग मेवात के सभी थानों की पुलिस साइबर ठगों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है .  पुलिस टेक्निकल और साइबर सेल की मदद से इन सभी अपराधियों की पहचान कर इनके ठिकानों पर दबिश देकर इन्हें सलाखों के पीछे डाल रही है . तबाड़तोड़ इन कार्रवाइयों के कारण ठगी के मामलों में  50% के करीब  गिरावट आई है. 

कैसे करते है ठगी

SHO मदन लाल मीणा ने इन साईबर ठगों के नए- नए पैंतरों के बारे में भी बताया जिन्हें ये अपना कर भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं.  जैसे की dream 11 क्रिकेट गेम में 2 करोड़ रुपए जीतने के बदले में मेंबरशिप लेने के बहाने सामने वाले को एक क्यूआर कोड भेज कर उसका अकाउंट हैक कर देते हैं. 

सेक्स टोर्शन के जरिए 

SHO मदन लाल मीणा ने आगे बताया कि dream 11 के अलावा ये लोग किसी को भी अपने जाल मे फंसाने के लिए सोश्ल मीडिया पर फर्जी लड़कियों के प्रोफाइल बनाकर फेसबुक के जरिए फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उससे चैट करते उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो लेकर उसे ब्लैकमेल करते थे. फिर दूसरे फर्जी नंबर से पुलिस अधिकारी बनकर उससे करोड़ों रुपए की  मांग करते थे. इसी प्रकार होटल बुकिंग, फर्जी विज्ञापन और टैक्सी बुकिंग के नाम पर अन्य सोशल मीडिया एप्स के जरिए अपनी फर्जी लोकेशन भेज कर एडवांस बुकिंग  के नाम पर पैसे डलवा कर ठगी के काम को अंजाम देते हैं.

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