Rajasthan politics: "गौशालाएं और वृद्धाश्रम क‍िसी सभ्‍य देश में नहीं होने चाह‍िए", मंत्री मदन द‍िलावर का बड़ा बयान

Rajasthan: मदन दिलावर के इसी बयान पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तंज कसा था और उन्होंने बीजेपी पर गौसेवा की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगाया था.

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Madan dilawar Statement: राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गौशाला वाले बयान पर स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने गुरुवार (18 जून) को पाली में कहा कि मैं गौशालाओं का नहीं, परित्याग की मानसिकता का विरोधी हूं. साथ ही जो अपने माता-पिता और गौमाता को त्याग देती है. दिलावर ने कहा कि अगर लोग अपने कर्तव्यों का पालन करें तो वृद्धाश्रम और गौशाला की आवश्यकता ही नहीं पड़े. कई बार फर्जी गौशालाएं सरकारी सहायता का दुरुपयोग करती हैं, जिससे वास्तविक गौसेवकों को नुकसान होता है. वे खुद गौमाता के रक्षक हैं और उनकी सेवा को जीवन का संस्कार मानते हैं. 

पाली में बयान के बाद गरमाई थी सियासत

दरअसल, बीते दिन (17 जून)  कोमंत्री मदन द‍िलावर पाली के बर नेशनल हाईवे स्‍थ‍ित नंदी गौशाला के न‍िरीक्षण करने पहुंचे थे. तभी मंत्री मदन दिलावर ने कहा था कि मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने उन्हें घेरा था. 

फर्जी गौशालाओं के विरोध- दिलावर

जूली ने सोशल मीड‍िया साइट 'X' पर पोस्ट शेयर कर लिखा था, "गौमाता का अपमान, कब तक सहेगा राजस्थान? गौमाता के नाम पर वोट, असलियत में गौशालाओं के विरोध में भाजपा." उन्होंने गौसेवा की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए इसे बीजेपी की असलियत बताया था. साथ ही कहा था कि अब खुद उनके राजस्थान सरकार के तीन मंत्री मदन दिलावर, अविनाश गहलोत और ओटाराम देवासी ही उजागर कर रहे हैं. इसके जवाब में दिलावर ने कहा है, "मैं इसलिए इस प्रकार की गौशालाओं के विरोध में हूं, जो फर्जी चलती हैं. गौशालाएं और वृद्धाश्रम क‍िसी सभ्‍य देश में नहीं होने चाह‍िए."

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