Rajasthan News: मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेसी को दे दी ये जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर मचा बवाल तो..

Rajasthan News: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस कार्यकर्ता बलदेव गोरा को पर्यावरण ब्रांड एंबेसडर बना दिया था. अब गलती सुधारते हुए उत्कर्ष क्लासेस के निदेशक को ब्रांड एंबेसडर बनाया. 

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Rajasthan News: अमृत पर्यावरण महोत्सव एक पेड़ देश के नाम और एक पेड़ मां के नाम के तहत 7 अगस्त को प्रदेश भर में पौधरोपण होगा. राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए अच्छा काम करने वालों को 3 साल के लिए पर्यावरण ब्रांड एंबेसडर बना रही है. सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग शामिल हों. 

मदन दिलावर ने लेटर जारी कर किया निरस्त 

शिक्षा पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने एक पत्र जारी कर पूर्व में गहरी फाउंडेशन के अध्यक्ष और कांग्रेसी कार्यकर्ता बलदेव गोरा के नाम से जारी पत्र को निरस्त किया है.  मंत्री मदन दिलावर के कार्यालय से जारी पत्र में बलदेव गोरा को लिखा गया है कि आपको संबोधित पत्रांक SPL-226 दिनांक 19.07.2024 जो कि पर्यावरण ब्रांड एंबेसडर से संबंधित है. इसे परिहार्य कार्य से तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है. 

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कांग्रेसी बलदेव गोरा को पहले ब्रांंड एंबेसर बनाया फिर निरस्त कर दिया.

बलदेव गोरा को 19 जुलाई को बनाया था ब्रांड एंबेसडर 

19 जुलाई को कांग्रेसी कार्यकर्ता बलदेव गोरा को गहरी फेडरेशन अध्यक्ष के रूप में पर्यावरण ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था.  इसके बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी की काफी आलोचना हुई थी. लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि शायद भाजपा के पास कार्यकर्ता नहीं है, इसलिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ब्रांड एंबेसडर बनाया जा रहा है. राज्य सरकार के संज्ञान में जैसे ही यह जानकारी पहुंची. 23 जुलाई को शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने अपने पूर्व के आदेश को निरस्त करते हुए पत्र जारी कर दिया. 

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बलदेव गोरा पूर्व सीएम अशोक गहलोत के करीबी  

बलदेव गोरा 2008 में यूपीए सरकार में ग्रामीण बैंकों की बनी हुई कमेटी में डायरेक्टर भी रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व विधायक मलखान सिंह बिश्नोई के काफी करीबी हैं. बलदेव गोरा देहात यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष, देहात जिला कांग्रेस कमेटी में महासचिव सहित कई पदों पर रहा है. वर्तमान लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उच्चियारड़ा के समर्थन में प्रचार करते नजर आए थे. हालांकि, कुछ सालों पहले एक मामले में उन्हें कांग्रेस से निष्कासित भी किया गया था. बताया जाता है कि इसके  बाद उन्होंने संघ की शाखा भी ज्वाइन की थी. लेकिन, बाद में वापस कांग्रेस के साथ जुड़ गए थे. 

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