Rajasthan News: अपनी नियुक्ति के बाद से ही वेतन को तरस रहे टीचर्स की सैलरी को लेकर अब कहीं जाकर बड़ा अपडेट आया है. इसके लिए राज्य सरकार ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं. इसके बाद राज्य की स्कूलों में नवनियुक्त थर्ड ग्रेड टीचर्स को सैलरी मिलने का रास्ता साफ हो गया है. प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी किए हैं कि जहां भी पद खाली हों वहां से वेतन की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा इस बात का सर्टिफिकेट भी निदेशक ने जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगा है.
3000 अध्यापकों की अटकी थी सैलरी
गौरतलब है कि प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल शिक्षक भर्ती 2022 में चयनित 43 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्तियां दी गई थीं. लेकिन प्रारम्भिक शिक्षा में पदों के खाली नहीं होने के कारण उन्हें माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों और महात्मा गांधी विद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध लगाया गया था. ये नियुक्तियां जुलाई से सितम्बर माह तक हुई थीं. इस दौरान लगे 3000 से ज्यादा अध्यापकों को नियुक्त होने के बाद से ही तनख्वाह नहीं मिली, क्योंकि शिक्षकों के पद खाली नहीं होने की वजह से ऑफ लाइन कार्यभार ग्रहण करवाया गया था. अब प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ये आदेश जारी किए हैं कि क्षेत्राधिकार के किसी भी स्कूल में रिक्त पद के विरुद्ध शिक्षकों के वेतन की व्यवस्था की जाए. वेतन व्यवस्था करने के बाद सभी जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्यालय को 27 जनवरी तक इस बात का प्रमाणपत्र भी निदेशालय को भेजना होगा.
'वापिस प्रारम्भिक स्कूलों में जाएंगे नए अध्यापक'
शिक्षा विभाग ने माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में नवचयनित अभ्यर्थियों को इस शर्त पर पदस्थापन दिया है कि 6(3) की कार्रवाई होने के बाद सेटअप परिवर्तन से नवचयनित शिक्षकों को वापिस प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में भेजा जाएगा। मगर ये प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई है. प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के निदेशक सीताराम जाट का कहना है कि उच्च प्राथमिक स्कूलों क्रमोन्नत हो गई हैं, वहीं कुछ महात्मा गांधी स्कूलों में परिवर्तित कर दी गई हैं. इस वजह से प्रारम्भिक शिक्षा के पद सेकेंडरी में शिफ्ट हो गए हैं. नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन की व्यवस्था कर दी गई है और जल्द ही उन्हें अब तक का बकाया वेतन मिल जाएगा.
ये भी पढ़ें:- बिना पट्टी वाली श्रीराम की मूर्ति का फोटो जारी करने से नाराज हुए आचार्य सत्येंद्र दास, जानें क्या कहा?