Jaipur News: सहारनपुर से सासंद और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य इमरान मसूद ने कहा कि वक्फ संशोधन के नाम पर मुसलमानों को भूमिहीन बनाने की साजिश की जा रही है. वह रविवार रात यहां मोती डूंगरी रोड पर हुई ‘तहफ्फुजे औकाफ कॉन्फ्रेंस' में बोल रहे थे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह मुसलमानों को उनकी पुश्तैनी जमीन से बेदखल करने के मकसद से ‘विमर्श' गढ़ने की कोशिश कर रही है.
‘‘मुसलमानों को भूमिहीन करने की योजना''
मसूद ने कहा कि मुसलमानों के सार्वजनिक जमीनों पर अतिक्रमण करने संबंधी दावे ‘‘भ्रामक'' हैं और ये प्रस्तावित संशोधन को सही ठहराने के लिए किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि केवल मुसलमानों के स्वामित्व वाली संपत्तियों को ही सरकार की जांच का सामना करना पड़ रहा है. मसूद ने कहा कि यह ‘‘मुसलमानों को भूमिहीन करने की योजना'' का हिस्सा है.
आदर्श नगर से विधायक रफीक खान ने कहा कि जेपीसी को विधेयक पर वास्तविक हितधारकों के विचारों को समझने के लिए उनसे मशविरा करना चाहिए.
जेपीसी के कुछ मेंबर्स को वक्फ की कोई समझ नहीं है - रफीक खान
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बजाय, वह ऐसे व्यक्तियों और समूहों को समय दे रही है जो न तो हितधारक हैं और न ही उन्हें वक्फ की कोई समझ है.'' खान ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ऐसे व्यक्तियों को प्रस्तुति देने की अनुमति दे रहे हैं जिनका ध्यान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने या इससे इतर मामलों पर चर्चा करने पर रहता है.''
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