Rajasthan Politics: 'मेरा सांसद बनना एक राजनीतिक दुर्घटना थी' बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने ऐसा क्यों कहा? 

सांसद रोत ने कहा कि जब कांग्रेस के नेता बीजेपी में जा रहे थे और इसी तरह बीजेपी के नेता कांग्रेस में आ रहे थे, तो इस उठा-पटक के कारण लोगों का विश्वास इन दोनों पार्टियों से हट गया. इसका सीधा लाभ भारत आदिवासी पार्टी को मिला.

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Banswara MP Rajkumar Roat: भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के सांसद राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा जिले के ब्लॉक अरथूना में आयोजित एक स्वागत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने सांसद बनने के पीछे की कहानी का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि उनका सांसद बनना जनता के भरोसे और कुछ हद तक एक "राजनीतिक दुर्घटना" का परिणाम है.

सांसद रोत ने बताया कि वह पूर्व में दो बार चौरासी विधानसभा क्षेत्र से भारी मतों से विधायक चुने गए थे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से क्षेत्र की जनता का मन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस पार्टी से ऊब गया था, और लोगों का इन पार्टियों के नेताओं और संगठन पर भरोसा नहीं रहा, तो ऐसे में जनता ने भारत आदिवासी पार्टी के पदाधिकारियों से उन्हें सांसद का चुनाव लड़ने के लिए कहा.

प्रबल मांग और भरोसे को देखते हुए वह सांसद का चुनाव लड़ा 

रोत ने खुलासा किया कि जनता की इसी प्रबल मांग और भरोसे को देखते हुए वह सांसद का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुए. अपने सांसद बनने को लेकर उन्होंने एक और महत्वपूर्ण खुलासा किया. राजकुमार रोत ने कहा कि उनका सांसद बनना एक तरह की "राजनीतिक दुर्घटना" थी.

कांग्रेस-भाजपा की लड़ाई का फायदा हुआ 

उन्होंने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि जब कांग्रेस के नेता बीजेपी में जा रहे थे और इसी तरह बीजेपी के नेता कांग्रेस में आ रहे थे, तो इस उठा-पटक के कारण लोगों का विश्वास इन दोनों पार्टियों से हट गया. इसका सीधा लाभ भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन के रूप में मिला, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें यह सांसद का चुनाव लड़ना पड़ा और जीत हासिल हुई.

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