नागौर में 80 हजार की रिश्वत लेने वाले हेड कॉन्स्टेबल पर गिरी गाज, ACB द्वारा गिरफ्तारी के बाद हुआ निलंबित

हेड कॉन्स्टेबल जालमसिंह ने सदर थाने के एक मुकदमे में परिवादी को आरोपी नहीं बनाने की एवज में एक लाख रुपए लिए मांगे थे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नागौर में 80 हजार की रिश्वत लेने वाले हेड कॉन्स्टेबल पर गिरी गाज

Rajasthan News: नागौर में 80 हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले हेड कॉन्स्टेबल जालम सिंह पर गाज गिर गई है. उसे रिश्वत लेने के मामले में मंगलवार को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा सदर थाना अधिकारी अजय कुमार व रीडर महादेव तांडी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इससे पहले रिश्वत लेने के आरोप हेड कॉन्स्टेबस को एसीबी ने गिरफ्तार किया था.

1 लाख रुपये की मांगी थी रिश्वत

दरअसल, नागौर जिले के सदर थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल ने मुकदमे में एक आरोपी को बचाने के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत उसने एसीबी से की थी. इसके बाद एएसपी कल्पना सोलंकी की टीम ने सोमवार को हेड कॉन्स्टेबल जालम सिंह को 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. 

Advertisement

एसीबी द्वारा मामले में केस दर्ज करने के बाद मंगलवार को नागौर पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने हेड कॉन्स्टेबल जालम सिंह को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही सदर थाने के थाना अधिकारी अजय कुमार और रीडर महादेव तांडी को लाइन कर दिया है.

Advertisement

कल एसीबी ने की थी गिरफ्तारी

नागौर एसीबी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कल्पना सोलंकी ने जानकारी दी थी कि शहर के शीतला माता मंदिर के पास रहने वाले परिवादी राधाकिशन विश्रोई की रिश्वत को लेकर की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया था. हेड कॉन्स्टेबल जालमसिंह ने सदर थाने के एक मुकदमे में परिवादी को आरोपी नहीं बनाने की एवज में एक लाख रुपए लिए मांगे थे. इस पर एक लाख रुपए देने के बाद परिवादी के निवेदन पर 20 हजार रुपए दिए हेड कान्स्टेबल ने वापस दे दिए.

Advertisement

यह भी पढ़ें- 

बाड़मेर हिरण शिकार केस: होटलों में होती थी मीट की सप्लाई, एक हिरण को मारने पर देता था 500 रुपए, 6 गिरफ्तार

मूसलाधार बारिश से करौली-हिंडौन में बिगड़े हालात! CM भजनलाल ने किया हवाई सर्वे; अधिकारियों को दिए निर्देश