Naresh Meena Case: राजस्थान में इन दिनों नरेश मीणा के थप्पड़ कांड का मामला खूब सुर्खियों में है. इस मामले के बाद जहां नरेश मीणा के समर्थन में कुछ लोग उतरे हैं तो वहीं कुछ लोग नरेश मीणा का खुलकर विरोध कर रहे हैं. क्योंकि इस घटना के बाद समरावता गांव में हिंसा भड़की है, जिसमें काफी लोगों को नुकसान हुआ है. वहीं अब इस मामले में जाट समाज की ओर से नरेश मीणा का विरोध किया और SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना पर आक्रोश जाहिर किया है. जाट समाज की ओर से अब 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया गया है.
नरेश मीणा पर आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगे
टोंक जिले के देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ झड़ने के मामले में जाट समाज में आक्रोश है. शुक्रवार को झुंझुनू में जाट समाज के विभिन्न संगठनों ने बैठक करते हुए सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही कहा कि नरेश मीणा पर आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाए. जाट समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस तरह के लोग अगर विधानसभा या लोकसभा में चुनकर जाएंगे तो सदन की गरिमा को ठेस पहुंचेगी. वह देश के और राज्य के सर्वोच्च सदन में इस तरह के करते कर सकते हैं.
जाट समाज ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
जाट समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि हमने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि अगर सरकार जल्द मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं करती है तो जाट समाज के विभिन्न संगठन सड़कों पर उतरकर कार्रवाई की मांग करेंगे.
बता दें कि नरेश मीणा को शुक्रवार (15 नवंबर) को कोर्ट में पेश किया गया है. लॉ एंड ऑर्डर को ध्यान में रखते हुए नरेश मीणा को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया. वहीं कोर्ट ने नरेश मीणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है. कोर्ट के आदेश के बाद भारी सुरक्षा के बीच नरेश मीणा को टोंक जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया है.
यह भी पढ़ेंः Naresh Meena Video : नरेश मीणा का गिरफ्तारी के बाद पहला वीडियो, जेल ले जाते समय मीडिया से क्या कहा