SDM थप्पड़कांड वाले नरेश मीणा को लेकर हनुमान बेनीवाल ने की भविष्यवाणी, जयपुर में दिया बड़ा बयान

सब इंस्पेक्टर भर्ती रद्द की मांग को लेकर करीब 65 दिनों से जयपुर में जारी धरने में शामिल होकर हनुमान बेनीवाल ने बड़ा बयान दिया है.

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हनुमान बेनीवाल का कहना है कि आने वाले समय में नरेश मीणा और मनोज मीणा राजस्थान में मीणा राजनीति को संभालेंगे.

Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के दौरान SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा (Naresh Meena) को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने बड़ी भविष्यवाणी की है. बुधवार शाम जयपुर में एसआई भर्ती परीक्षा (SI Recruitment Exam 2021) रद्द कराने के लिए जारी प्रदर्शन (Protest) में शामिल होकर उन्होंने कहा, 'आने वाले समय में नरेश मीणा और मनोज मीणा जैसे राजनेता राजस्थान में मीणा राजनीति को संभालेंगे.'

7 महीने से जेल बंद हैं नरेश मीणा

हनुमान बेनीवाल के इस बयान के बाद राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज मीणा ने एक्स पर लिखा, 'नेता जी, आपके भरोसे पर मैं हमेशा खरा उतरूंगा. आपका स्नेह सदैव बना रहे.' हालांकि नरेश मीणा के थप्पड़कांड में गिरफ्तारी के बाद से ही जेल में बंद होने के कारण कोई प्रतिक्रिया नहीं आ पाई है. पिछले करीब 7 महीने से उनकी जमानत याचिका खारिज हो रही हैं. समाज के लोग उनकी रिहाई के लिए बैठकें कर रहे हैं. इन बैठकों में नरेश मीणा का बेटा अनिरुद्ध उपस्थित रहकर लोगों से एकजुट होने के लिए कह रहा है.

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मनोज मीणा ने भी बुलाई थी बैठक

मनोज मीणा ने 24 जून पर एक्स पर लिखा था, 'समरावता प्रकरण को लेकर नरेश मीणा पर चल रहे केस-मुकदमे और उन्हें बाहर निकालने को लेकर सभी युवा साथियों से चर्चा हुई है. जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें आप सभी के साथ मिलकर आगे की रणनीति तय की जाएगी. हमारे आपसी मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इस समय हमें एकजुटता दिखानी होगी. यह समय हमारी एकता और संघर्ष की ताकत दिखाने का है. मैं सभी साथियों से अपील करता हूं कि आगे आएं और इस लड़ाई में मजबूती से साथ खड़े हों.'

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'मेरी बात मानता तो नरेश विधायक होता'

पिछले साल नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद दिसंबर महीने में हनुमान बेनीवाल ने कहा था, 'मैं नरेश मीणा को आरएलपी से लड़वाना चाहता था. अगर तब उसने हां बोल दिया होता तो आज वो विधायक होता. लेकिन उसने मना किया. इस वक्त वो जेल में है. हालांकि जब अपने लोगों की बात आती है तो जेल भी जाना पड़ता है, फांसी भी हो जाती है, गोली भी लग जाती है. वो अपनी लड़ाई सही लड़ रहा है. लेकिन अगर वो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के टिकट पर उपचुनाव लड़ता तो निश्चित रूप से राजस्थान की विधानसभा के अंदर होता.'

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