राजस्थान पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले में संदिग्ध मोनू मानेसर को गुरूवार को एक बार फिर यहां की एक अदालत में पेश किया, जहां अदालत ने उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि दो दिन की पुलिस पूछताछ में मोनू मानेसर ने खुलासा किया है कि वह इस मामले में पहले गिरफ्तार आरोपी रिंकू के संपर्क में था और दोनों ने नासिर और जुनैद के अपहरण से पहले और बाद में टेलीफोन पर बातचीत की थी.
अधिकारी ने कहा कि मोनू उक्त अपराध में संलिप्त था, लेकिन क्या वह मामले का मास्टरमाइंड है या नहीं यह अब भी जांच का विषय है क्योंकि मामले में कई अन्य लोग वांछित हैं. पुलिस ने बताया कि मामले में चार लोगों क्रमशः मोनू राणा, रिंकू सैनी, गोगी और मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया गया है जबकि 26 अन्य इस मामले में संदिग्ध हैं.
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गोपालगढ़ के थाना प्रभारी संतोष शर्मा ने बताया कि मोनू को अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को मंगलवार को गिरफ्तार किया था और उसके कब्जे से एक पिस्तौल, तीन कारतूस और एक मोबाइल फोन जब्त किया था.
गौरतलब है पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजस्थान पुलिस, हरियाणा में नूंह की एक अदालत से ‘ट्रांजिट रिमांड' मिलने के बाद उसे लेकर भरतपुर आई. मोनू पर हरियाणा के नूंह से सटे राजस्थान के डीग जिले (पूर्व में भरतपुर जिला) के घाटमीका गांव के दो लोगों को गो तस्कर बताकर उनका अपहरण व हत्या के मामले की साजिश में शामिल होने का आरोप है.
फरवरी में नासिर (25) और जुनैद (35) का डीग जिले से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और अगली सुबह उनके शव हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे.
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