NCERT के स्पेशल मॉड्यूल में जिन्ना और कांग्रेस को बताया विभाजन का जिम्मेदार, हुआ व‍िवाद

पवन खेड़ा ने आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इतिहास का कोई सबसे बड़ा विलेन है तो आरएसएस है. उन्होंने जो किया है पीढ़िया उन्हें माफ नहीं करेगी.

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फाइल फोटो.

NCERT के नए मॉड्यूल कोर्स विवादों की वजह बन गए हैं. दरअसल, एनसीईआरटी ने कक्षा 6 से 8 और 9 से 12 के लिए 2 नए मॉड्यूल जारी किए हैं. ये दोनों मॉड्यूल देश के बंटवारे की जानकारी पर बनाए गए हैं. इनमें मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस पार्टी और लॉर्ड माउंटबेटन को बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर को मॉड्यूल में जोड़ा

दरअसल, मॉड्यूल में बताया गया है कि जिन्ना ने बंटवारे की मांग की, कांग्रेस ने इसे मान किया और माउंटबेटन ने लागू किया. इस जानकारी के लिए किताब में 'विभाजन के दोषी' नाम से टॉपिक जोड़ा गया है. हालांकि एनसीईआरटी के ये स्पेशल मॉड्यूल कोर्स, नियमित पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होते हैं. इन्हें छात्रों को कोई खास टॉपिक समझाने के लिए बनाया जाता है. ऑपरेशन सिंदूर को मॉड्यूल में जोड़ा गया है. इसके साथ ही मॉड्यूल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के हिस्से को भी जोड़ा गया है.

"इतिहास और तथ्यों को हो रहा बदलाव"

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भाजपा लगातार संस्थाओं में दखल देकर इतिहास और तथ्यों को बदल रही है. हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि 1937 में हिंदू महासभा ने अहमदाबाद में सेशन कर हिन्दू और मुस्लिमों के लिए अलग राष्ट्र की मांग की थी. 1940 में जिन्ना ने लाहौर अधिवेशन में यही बात कही. 1942 में बंगाल में हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग के गठबंधन की सरकार बनी. मुस्लिम लीग के द्वारा पाकिस्तान के लिए प्रस्ताव पारित करने के बाद भी हिन्दू महासभा सरकार में बनी रही.

नेहरू का भाषण किया है शामिल

मॉड्यूल में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के एक भाषण का हिस्सा भी शामिल किया गया है. इसमें बताया है कि नेहरू ने कहा था कि हम एक ऐसी स्थिति पर आ गए हैं, जहां हमें या तो विभाजन को स्वीकार करना होगा या निरंतर संघर्ष और अराजकता का सामना करना होगा. मॉड्यूल में विभाजन को भारत की एकता को खंडित करने और शत्रुतापूर्ण सीमाएं बनाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.

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ये सप्लीमेंट्री मटेरियल होता है

NCERT के स्पेशल मॉड्यूल कोर्स का हिस्सा नहीं होते, ये सप्लीमेंट्री मटेरियल होता है जो कोई खास टॉपिक बच्चों को समझाने के लिए तैयार किया जाता है. इसे पोस्टर्स, चर्चाओं और वाद-विवाद के द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाता है. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को भी स्पेशल मॉड्यूल में जोड़ा गया था.

बंटवारे के दर्द को भुलाया नहीं जा सकता

इसके साथ ही स्पेशल मॉड्यूल की प्रस्तावना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का हिस्सा भी शामिल किया गया है. उन्होने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के मौके पर कहा था कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों भाई बहनों को विस्थापित होना पड़ा था. उनके भाषण के इन शब्दों को स्पेशल मॉड्यूल की प्रस्तावना में शामिल किया गया है.

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नक्शे को लेकर भी विवादों में घिरा था NCERT

इससे पहले एनसीईआरटी कक्षा आठवीं की सोशल साइंस की पुस्तक में राजस्थान के नक्शे को लेकर भी विवादों में गिरा था. दरअसल, आठवीं की सोशल साइंस की किताब में राजस्थान में बीकानेर, जैसलमेर और मेवाड़ रियासतों समेत अन्य रियासतों को मराठा साम्राज्य का हिस्सा दिखाया था. इसके बाद जैसलमेर और मेवाड़ समेत पूर्व राजघरानो और राजपूत समाज के लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया था.

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