Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में शनिवार को आयोजित एनडीटीवी के इमर्जिंग बिजनेस कॉन्क्लेव (NDTV Emerging Business Conclave) में प्रदेश के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने राजस्थान की सियासत से लेकर प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए अपने विजन के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि राइजिंग राजस्थान में हुए 35 लाख करोड़ रुपये के MoU में से अब तक तकरीबन कितने इन्वेस्टमेंट को धरातल पर उतार दिया गया है.
'नई पीढ़ी को वापस लौटाने का समय'
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, "मुझे यहां राजस्थान का इंडस्ट्री मिनिस्टर होने के नाते आमंत्रित किया गया है. लेकिन मैं आपके सामने एक प्राउड हिंदुस्तानी व राजस्थानी के नाते खड़ा हूं. मुझे यहां के इतिहास और काबिलियत के ऊपर गर्व है. जब हम अपने आप को इस देश व प्रदेश की मिट्टी से जुड़ा मानते हैं तो हमारे दायित्व भी बढ़ जाते हैं. जो कुछ भी मैं आज हूं, उसमें राजस्थान, भारत, सेना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप आदि शामिल हैं. ऐसी बहुत सी चीजों की वजह से मेरा व्यक्तित्व बना है. अब प्रदेश की नई पीढ़ी को वापस लौटाने का समय है. यही लक्ष्य लेकर भारतीय जनता पार्टी चल रही है. हमारा लक्ष्य है कि भारत को सबसे पहले रखना है. हमें 2047 तक विकसित भारत बनाना है. उस दिशा में काम करने का यह शानदार समय है. आप और हम इस धरती पर हैं. हम में काबिलियत है. हमें राजस्थान के साथ भारत को भी सबसे शानदार बनाना है. हमने सरकार बनने के बाद पहले ही साल में राइजिंग राजस्थान का आयोजन किया, जिसे नामुमकिन माना जा रहा था. 35 लाख करोड़ रुपये के MoU आए जो ऐतिहासिक है."
लोकेशन
मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, 'हम नॉर्थ इंडिया के मध्य में हैं. भारत के 5 बड़े राज्यों की सीमाएं राजस्थान से लगती हैं. देश का सबसे बड़ा मार्केट राजस्थान और उसके चारों तरफ है. राजस्थान शांति प्रिय प्रदेश है. बाकी राज्यों की तुलना में यहां लॉ एंड ऑर्डर काफी बेहतर है. यहां मेहनती युवा रहते हैं, जिन्होंने इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है. यहां 365 दिन सूरज ऊपर रहता है. मौसम साफ रहता है. पॉल्यूशन नहीं रहता है. यहां ऐसी-ऐसी ऐतिहासिक जगहे हैं, जहां लोगों को बसने में आनंद आता है. दिल्ली के नजदीक है. मुंबई के रास्ते पर है. तो मुझे बताइए लोकेशन में कहां कमी है राजस्थान में.'
लीडरशिप
आज हम डबल इंजन सरकार में काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व है. उनका विजन है. उनकी कैबिनेट के मंत्री हैं. इससे पहले पिछली सरकारों में बड़े-बड़े स्कैम की हेडलाइनें बनती थीं. जीरो की गिनती नहीं हो पाती थी. वो सारे घोटाले खत्म हैं. बड़े लेवल पर देश को निचोड़ने वाले जो घोटाले होते थे, वो अब खत्म हो गए हैं. आज पारदर्शी सरकार है. जब ट्रेड होता है तो भारत की बात बहुत महत्वपूर्णता से रखी जाती है, सुनी जाती है. हर तरह से देश व राज्य की लीडरशिप है, जो देश को आगे बढ़ाने के लक्ष्य के मुताबिक काम कर रही है. जब दुनिया में बिजनेस की बात करी जाए तो राजस्थान के बिजनेसमैन पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. चाहे पत्रकारिता हो, शिक्षा हो, राजनीति हो, इंडस्ट्री हो या फिर चाहे सेना हो..हर तरफ राजस्थान ने लीडरशिप दिखाई है.'
लॉजिस्टिक्स
राजस्थान में मैन्युफैक्चरिंग भी हो सकती है. यहां पर रॉ मेटेरियल भी उपलब्ध है. राजस्थान में जितने मिनरल्स हैं, शायद ही किसी दूसरे राज्य में हैं. बहुत कम राज्य हैं, जहां पर इस तरह की सौर ऊर्जा उपलब्ध होती है. हर तरह से राजस्थान लॉजिस्टिक्स में बाकी प्रदेशों की तुलना में बहुत आगे है. अलग-अलग सेक्टर की भी बात करें तो हॉस्पिटैलिटी सेक्टर अभी जितना है, उससे कई गुना और ज्यादा हो सकता है. ईवी मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोबाइल पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. इंजीनियरिंग सिस्टम डिजाइनिंग पर भी भिवाड़ी में बहुत काम हो रहा है. स्किल और एजुकेशन में हमारे स्कूल और कॉलेज राजस्थान में बहुत हैं. राजस्थान के हर सेक्टर में आगे बढ़ने पॉसिबिलिटी है. जब हमने राइजिंग राजस्थान करा, तो सिर्फ घोषणाएं ही नहीं की, बल्कि हमने हर सेक्टर की एक नई नीति बनाई. यानी स्पष्टता. ऐसी जगह नीतियां बनाई जहां पिछले काफी समय से पॉलिसी ही नहीं थ. हमने RIPS 2024 के अंदर शानदार इंसेंटिव रखे हैं. जो मैन्युफैक्चरिंग कंपनी एक्सपोर्ट कर रही हैं, उन्हें समुद्री बंदरगाह तक सामान पहुंचाने में जो खर्च आता है, उसमें भी राजस्थान सरकार सब्सिटी दे रही है. MSME सेक्टर में टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के लिए भी सरकार सब्सिडी दे रही है. ये नई नीतियों के सिर्फ कुछ उदाहरण हैं.
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