Teacher's Poting Order: शिक्षा विभाग में सरप्लस टीचर्स की परिवेदनाओं का निस्तारण विभाग द्वारा कर दिया गया है. दिव्यांग, विधवा, एकल महिला और गम्भीर रोग से ग्रस्त शिक्षकों की पोस्टिंग से जुड़ी समस्या एनडीटीवी की खबर में उजागर होने के बाद विभाग में हरकत में आया. शिक्षा विभाग ने सरप्लस टीचर्स की परिवेदनाओं का निस्तारण करते हुए 233 शिक्षकों को राहत दी है. बीकानेर (Bikaner) जिले में 372 शिक्षकों ने अपनी परिवेदनाएं दर्ज करवाएं थीं, जिसके बाद विभाग ने एक्शन लेते हुए 233 शिक्षकों की परिवेदनाओं का निस्तारण कर दिया. दरअसल, सरप्लस टीचर्स के समायोजन में पोस्टिंग के दौरान विभाग ने कई नियमों को नजरंदाज कर दिया था. इसके चलते दिव्यांग, विधवा, एकल महिला और गम्भीर रोग से पीड़ित अध्यापकों को भी दूर इलाकों में भेज दिया गया.
7 दिसंबर को जारी आदेश के बाद शिक्षकों में था रोष
इनमें एक टीचर अन्जना सहारण भी थीं, जिन्हें दिव्यांग होने के और कार्यरत स्कूल में ही वैकेन्सी होने के बावजूद दूरदराज स्थान पर भेज दिया गया था. इसी महीने 7 दिसंबर को जारी आदेश में स्कूलों में सरप्लस चल रहे शिक्षकों के समायोजन की बात कही गई थी. इस आदेश की प्रतिपालना के दौरान ही शिक्षकों में नाराजगी भी सामने आई. नजदीक के स्कूल में पोस्ट खाली होने के बावजूद काफी दूर स्थित स्कूलों में पोस्टिंग मिलने से टीचर्स नाराज थे. इस मामले को एनडीटीवी ने प्रमुखता से उजागर किया. 'दिव्यांग टीचर और दो बच्चे-छह टीचर्स' की खबर के माध्य से पूरी समस्या सामने आई. एनडीटीवी की इस खबर का असर हुआ कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए और पीड़ित टीचर्स से परिवेदनाएं लेकर उनका निस्तारण किया.
दिव्यांग टीचर्स को मिली बड़ी राहत
इस निस्तारण के बाद दिव्यांग शिक्षिका अन्जना सहारण को भी घर के नजदीक ही पोस्टिंग मिल गई है. उन्हें भी उनके इच्छित स्थान पर समायोजित कर दिया गया. वहीं एक और दिव्यांग टीचर लेखनाथ सिद्ध को भी राहत देकर उनके वांछित स्थान पर पदस्थापित कर दिया गया. एडीईओ सुनील कुमार बोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सरप्लस टीचर्स की परिवेदनाओं का निस्तारण कर उनकी पोस्टिंग के आदेश जारी कर दिए गए हैं. दिव्यांग, एकल महिला, विधवा और गम्भीर रोगों से पीड़ित शिक्षकों का खास तौर पर ख्याल रखा गया है.
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