NDTV Rajasthan Opinion Poll: दलित, राजपूत और जाट वोटर किसके पाले में जाएंगे, सर्वे में हुआ ये खुलासा

Rajasthan Election 2023 Opinion Poll: NDTV और CSDS-Lokniti ने ओपिनियन पोल में प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव में जातियों के रुझानों पर सर्वे किया है. सर्वे में मतदाताओं का मन टटोला गया है, कि इस बार के चुनाव में वो किस राजनैतिक दल को पसंद कर रहे हैं. उनके मुद्दे क्या हैं?

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
NDTV CSDS Rajasthan Opinion Poll

NDTV CSDS Rajasthan Opinion Poll 2023: देश के सबसे बड़े सूबे राजस्थान में सियासी बिसात बिछ चुकी है. 25 नवंबर को चुनाव होने हैं. ऐसे में NDTV और CSDS-Lokniti ने ओपिनियन पोल किया है. प्रदेश की जनता से चुनावी मुद्दों पर उनकी राय ली गई है. महंगाई, बेरोज़गारी, CM फेस और जातिगत रुझानों के बारे में सर्वे किया है. इस चुनाव में जाति कितना अहम फैक्टर हो सकती है ? जातियों का झुकाव किस तरफ है? इन सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश की है.  सर्वे में प्रदेश की प्रमुख जातियों के मन को टटोला गया है. 

राजपूत वोटर इस बार किसकी तरफ 

सर्वे के मुताबिक 55 फीसदी के क़रीब राजपूत भाजपा के पाले जाने की संभावना है. राजपूत ऐतिहासिक तौर पर भाजपा के कोर वोटर रहे हैं. भाजपा ने राजपूत जाति से दो मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत और वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री बनाया है. वहीं कांग्रेस की तरफ 33 फीसदी राजपूत मतदाता जा सकता है. राजस्थान कांग्रेस की पहली पंक्ति में प्रताप सिंह खाचरियावास, भंवर सिंह भाटी और मानवेंद्र सिंह जसोल जैसे कई राजपूत नेता शामिल हैं. जो कांग्रेस के पाले में राजपूत मतदाताओं को ला सकते हैं.  

किस ओर जायेंगे दलित मतदाता ?

वहीं अगर अनुसूचित जाति की बात की जाये तो सर्वे के मुताबिक करीब 46 फीसदी दलित मतदाता कांग्रेस की तरफ जाते दिख रहे हैं, वहीं भाजपा के पक्ष में करीब 44 फीसदी दलित वोटर जा सकते हैं.

जाट मतदातों का रुझान ज़्यादा कांग्रेस की तरफ 

सियासी लिहाज से प्रदेश में जाटों की अहम भूमिका है. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में करीब 40 सीटों पर जाट मतदाता जीत हार तय करने में सक्षम हैं. खास तौर पर मारवाड़ और शेखावाटी क्षेत्रों में जाटों की बड़ी तादाद रहती हैं. सर्वे के मुताबिक इस बार के विधानसभा चुनाव में करीब 42 फीसदी जाट वोटर कांग्रेस के पाले में जाने की संभावना है. वहीं करीब 34 फीसदी जाट वोटर भाजपा के पक्ष में वोट कर सकता है. 

Advertisement
सियासी लिहाज से प्रदेश में जाटों की अहम भूमिका है. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में करीब 40 सीटों पर जाट मतदाता जीत हार में अपनी भूमिका तय करने में सक्षम हैं. खास तौर पर मारवाड़ और शेखावाटी क्षेत्रों में जाटों की बड़ी तादाद रहती हैं.

जाटों के अलावा अन्य OBC जातियों जैसे गुर्जर, माली, यादव आदि जातियों की बात करें तो सर्वे के मुताबिक उनमें से लगभग 45 फ़ीसदी लोग इस बार भाजपा को वोट कर सकते हैं वहीं कांग्रेस के पक्ष में 35 फीसदी जाने की संभावना है. 

आदिवासी मतदाता निभाएंगे अहम भूमिका

वहीं अगर आदिवासी मतदाताओं की बात की जाए तो सर्वे के मुताबिक करीब 48 फीसदी मतदाता भाजपा के पक्ष में वोट कर सकता है. वहीं कांग्रेस के पक्ष में 36 प्रतिशत आदिवासी मतदाताओं के जाने की संभावना है.

Advertisement
दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में आदिवासी अच्छी खासी आबादी है और कई सीटों को प्रभावित करते हैं. इस बार पूर्वी राजस्थान में ERCP का मुद्दा काफी अहम है. जिन जिलों में ERCP लागू होनी है वहां आदिवासियों की काफी आबादी है. 

मुस्लिम मतदाता किस की तरफ ? 

वहीं अगर मुस्लिम मतदाताओं की बात की जाए करीब 86 फीसदी मतदाता कांग्रेस के पक्ष में वोट करेंगे. वहीं करीब 9 फीसदी वोटर भाजपा के पक्ष में जा सकते हैं. मुस्लिम मतदाता ऐतिहासिक तौर पर कांग्रेस का कोर वोटर रहा है. इस बार अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची में कांग्रेस ने 11 मुस्लिमों को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने अभी तक एक भी मुस्लिम को प्रत्याशी नहीं बनाया है. 

यह भी पढ़ें - NDTV Rajasthan Opinion Poll: गहलोत और केंद्र सरकार के काम से लोग कितने संतुष्ट? जनता ने दिया ये जवाब

Advertisement