जिला बहाली की मांग को लेकर सालभर बाद भी नीमकाथाना में आक्रोश, बाजार बंद कर स्थानीय लोगों ने जताया आक्रोश

कस्बे के खेतड़ी मोड़ पर नारेबाजी कर धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया गया. स्थानीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Neem Ka Thana Protest: नीमकाथाना जिला और सीकर संभाग बहाली की मांग को लेकर आज (28 दिसंबर) नीमकाथाना बंद है. बार संघ और युवा शक्ति के आह्वान पर बंद का आह्वान किया गया था. आज नीमकाथाना जिला और संभाग हटाने जाने का आज 1 साल पूरा हो गया. इसी मौके पर विरोध-प्रदर्शन भी किया गया. कस्बे के खेतड़ी मोड़ पर नारेबाजी कर धरना देकर विरोध जताया गया. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि नीमकाथाना को जिला और सीकर को फिर से संभाग का दर्जा दिया जाए. मांगों के संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा. इस आंदोलन को स्थानीय स्तर पर काफी समर्थन मिल रहा है. व्यापारी, आम वर्ग से लेकर वकील भी सड़कों पर उतरे. 

सब्जी मंडी समेत कई संगठनों ने किया समर्थन

बार संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि भाजपा सरकार ने नीमकाथाना और सीकर के लोगों के साथ कुठाराघात किया था. आज ही के दिन राज्य सरकार ने नीमकाथाना जिला और सीकर संभाग को हटाया था. इसी के चलते स्थानीय लोगों द्वारा काले दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. बार संघ और युवा शक्ति के के आह्वान पर व्यापार महासंघ सब्जी मंडी, कपिल मंडी, थड़ी यूनियन, सुभाष मंडी समेत अनेक संगठन के पदाधिकारी ने बंद का समर्थन किया है. 

सालभर से जारी आंदोलन

राजस्थान सरकार ने दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़ और सांचौर जिले को निरस्त करने का फैसला लिया था. जबकि तीन संभाग पाली, सीकर और बांसवाड़ा को भी खत्म कर दिया था. करीब सालभर से ही अब सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला को वापस बनाने को लेकर संघर्ष चल रहा है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस‍ियों ने पीएम मोदी के फाड़े पोस्‍टर, डाक बंगले का ताला तोड़ने का प्रयास; भड़के क‍िरोड़ी लाल मीणा

Advertisement