भरतपुर में चल रहा है जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र का खेल! अधिकारी और कर्मचारी की लापरवाही बनी लोगों के लिए परेशानी

भरतपुर के नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है. जिससे लोगों के लिए सबसे बड़ा परेशानी का सबब बन गया है.

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प्रतीकात्मक फोटो

Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर के नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है. जिससे लोगों के लिए सबसे बड़ा परेशानी का सबब बन गया है. लोगों के लिए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र काफी महत्वपूर्ण होता है. वहीं विवाह प्रमाण पत्र भी जरूरी होता है. इन प्रमाण पत्रों के बनने की समय सीमा 7 दिन निर्धारित है. लेकिन जन्म मृत्यु एवं विवाह पंजीयन शाखा में अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से लोग परेशान हैं. इन प्रमाण पत्रों के लिए लोगों को महीनों चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. यहां कुछ लोग 9 महीने से प्रमाण पत्र के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. जबकि लोगों का कहना है कि दलालों के जरिए रिश्वत देकर काम तुरंत हो रहा है. 

इस बारे में जब नगर निगम ने कहा है कि सांख्यिकी विभाग की वजह से काम जल्दी नहीं हो पा रहा है. वहां रिक्वेस्ट को कंफर्म नहीं किया जाता है, इस वजह से प्रमाण पत्र जारी होने में अधिक समय लग रहा है.

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9 महीने पहले आवेदन के बाद भी नहीं बना विवाह प्रमाण पत्र

भरतपुर की रहने वाली रेखा ने बताया कि विवाह प्रमाण पत्र के लिए अपनी बेटी का 9 माह पहले आवेदन किया था लेकिन अब तक प्रमाण पत्र नहीं बना है. जब अधिकारी एवं कर्मचारियों से इस मामले को लेकर बातचीत की जाती है तो कोई सुनने वाला नहीं है तो हम लोगों को प्रमाण पत्र बनवाने में बड़ी परेशानी आ रही है. जबकि रघुवीर सिंह ने बताया कि वह धौलपुर से आए है. उन्हें नाम में शुद्धिकरण करवाना है लेकिन आवेदन के बावजूद भी अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ और वह पिछले एक माह से परेशान हूं लेकिन यहां कोई सुनने वाला ही नहीं है.

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रिश्वत लेने का आरोप 

अमित ने बताया कि इस शाखा के बाहर सुबह 11 बजे से भीड़ जुट जाती है और शाम चार बजे तक रहती है. लेकिन लोग पिछले तीन-तीन चार-चार माह से लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं होता उन्होंने कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के भी आरोप लगाए. बयाना निवासी योगेश ने बताया कि वह पिछले एक माह से परेशान हैं उसके बच्चे का जन्म जनाना अस्पताल में हुआ था. जिसके जन्म प्रमाण पत्र के लिए वह एक माह में चार बार आ चुका है जन्म प्रमाण पत्र के आवेदन करने के बावजूद भी कर्मचारियों के द्वारा कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया जाता.

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नगर निगम आयुक्त श्रवण कुमार से तीन से चार बार फोन के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हो सका.

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