Rajasthan: गोविंद देवजी मंदिर में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ, महाकुंभ की भगदड़ में मरने वालों की आत्‍मशांत‍ि के ल‍िए देंगे आहुत‍ियां  

Rajasthan: गायत्री महायज्ञ में कोई भी भक्‍त शाम‍िल हो सकता है. पहले गाविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरु सत्‍ता का सोडशोपचार पूजन कर अग्‍न‍ि प्रज्‍वलन कर यज्ञ में आहुत‍ियां दी जाएगी. 

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Rajasthan: राजस्‍थान के जयपुर में गोव‍िंद देवजी मंद‍िर में आज (16 फरवरी) नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन क‍िया जाएगा. सुबह 9 बजे से 11 बजे तक चलेगा. गायत्री तीर्थ शांति‍कुंज हर‍िद्वार के गायत्री शक्‍त‍िपीठ ब्रह्मपुरी के व‍िद्वानों की टोली महायज्ञ कराएगी. महायज्ञ गायत्री और महामृत्‍युंजय मंत्र के अलावा सूर्य, रूद्र, श‍िव और नवग्रह मंत्रों से आहुत‍ियां दी जाएगी.

सूर्य गायत्री मंत्र से आहुत‍ियां देंगे 

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में मरने वालों की आत्‍मा की शांत‍ि के ल‍िए यम गायत्री मंत्र से व‍िशेष आहुत‍ियां दी जाएगी. घायलों के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना के साथ सूर्य गायत्री मंत्र से आहुत‍ियां देंगे. इस बार यज्ञ में गर्भवती मह‍िलाएं भी शाम‍िल होंगी. उनके गर्भस्‍थ श‍िशु के सर्वांगीण व‍िकास के ल‍िए व‍िश‍िष्‍ट मंत्रों से खीर से व‍िशेष आहुत‍ियां दी जाएगी. 

गर्भवती मह‍िलाएं यज्ञ में शाम‍िला हो सकती हैं 

तीन से पांच महीने की गर्भवती मह‍िलाएं यज्ञ में शाम‍िल हो सकती हैं. उनका गर्भोत्‍सव संस्‍कार कराया जाएगा. यह पूरी तहर न‍ि:शुल्‍क होगा. इस मौके पर आओ गढ़े संस्‍कारवान पीढ़ी अभ‍ियान की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.  शांतिकुंभ हर‍िद्वार से व‍िशेष हवन सामग्री मंगवाई गई है, ज‍िसमें आम की लकड़ी, कपूर, घी, त‍िल, अक्षत, पंचमेवा, जटा वाला नार‍ियल, गोला, जौ, गूलर की छाल, चंदन की लकड़ी, अश्‍वगंधा, मुलेठी की जड़ और सुपारी सह‍ित चालीस से अध‍िक जड़ी बूट‍ियां हैं. 

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