Rajasthan Politics: 'एक भी नेता जेल नहीं गया, दोनों पार्टियां मिली हुईं', बेनीवाल बोले- 4 गुटों में बंटी राजस्थान कांग्रेस

Hanuman Beniwal Sikar Visit: हनुमान बेनीवाल ने सीकर में कांग्रेस-भाजपा को सांपनाथ और नागनाथ कहकर संबोधित किया है. बेनीवाल का आरोप है कि दोनों पार्टियों के नेता आपस में मिले हुए हैं. इसीलिए सिर्फ हो हल्ला करके वे अपना टाइम पास कर रहे हैं.

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सीकर दौरे पर आए हनुमान बेनीवाल.

Rajasthan News: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर सीकर (Sikar) आए. यहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, और राजस्थान की भाजपा सरकार पर कांग्रेस से हाथ मिलाने का आरोप लगाया. बेनीवाल ने कहा, "एक पार्टी सांपनाथ है तो दूसरी नागनाथ है. यह मिलकर राजस्थान को गलत दिशा की ओर ले जा रही हैं. राजस्थान का जवान कांग्रेस-बीजेपी से ऊब चुका है. लोगों ने भाजपा का शासन भी देख लिया है और पिछला गहलोत का शासन भी देख लिया. दोनों शासन में कोई फर्क नहीं है. एक भी नेता जेल नहीं जा रहा है, जबकि जाने चाहिए. राजस्थान में पेपर लीक जैसी बड़ी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कोई नेता जेल नहीं गया. इसलिए राजस्थान में मिलाजुला खेल चल रहा है. इस मिलजुले खेल को खत्म करने के लिए आरएलपी संघर्ष कर रही है."

'राजस्थान में कांग्रेस का फ्यूचर नहीं'

बेनीवाल ने आगे कहा, 'कांग्रेस का राजस्थान में भी फ्यूचर नहीं है, क्योंकि सभी स्टेट में कांग्रेस घर बैठ गई. बिहार में कांग्रेस पांचवें नंबर पर तो यूपी में छठे नंबर पर है. राजस्थान में भी कांग्रेस 4 गुटों में बंटी हुई है, जिनमें पायलट, गहलोत, जूली और डोटासरा गुट हैं. कांग्रेस के पास एक भी चेहरा नहीं है. ये आगामी विधानसभा चुनाव किसके चेहरे पर लड़ेंगे? बीजेपी के पास मोदी का चेहरा था, भजनलाल का नहीं."

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बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में सभी पार्टियों ने जातियों की एकजुटता खत्म कर लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाया. उन्होंने कहा,"आज जो हालात राजस्थान में बने हैं, उसमें जो सबसे बड़ा भरोसा राजस्थान के लोगों में एक दूसरे की जाति के प्रति था, वह टूट गया. राजस्थान में गुर्जर और मीणा को लड़ाया, जाट राजपूत को आपस में लड़ाया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा ने भी लड़ाया और इसके बाद भी नेता यही काम करते रहे."

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'बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या'

बेनीवाल ने कहा कि आज बेरोजगारी राजस्थान की सबसे बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा,"सरकार डिग्रियां तो दे रही है, लेकिन बेरोजगारी से तंग आकर युवा आत्महत्या कर रहे हैं. सरकारें बेरोजगारी कम नहीं कर पाई. इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. भाजपा कहती है की डबल इंजन की सरकार है, इसलिए सरकार को प्रदेश में महंगाई किस तरह से कम हो इस पर ध्यान देना चाहिए."

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'अप्रैल-मार्च में होगा बड़ा आंदोलन'

नागौर सांसद ने आगे कहा कि उनकी पार्टी ईआरसीपी की तर्ज पर डब्ल्यूआरसीपी की योजना बनाने की मांग को लेकर अप्रैल-मार्च से एक बड़ा आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि सीकर, चूरू और झुंझुनू के लोगों को नहरी पानी की समस्या दूर करने के लिए ये जरूरी है.

बेनीवाल ने कहा,"सरकार बार-बार सिर्फ कागजों में पानी के सपने दिखा रही है. कई नेता सपने दिखाते-दिखाते लोकसभा और विधानसभा में चले गए हैं. किसान कर्ज माफी, एमएसपी पर फसल की खरीद, पेपर लीक की घटनाएं लगातार राजस्थान में हो रही हैं. इसके साथ ही राजस्थान में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है. कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है. राजस्थान में गैंगवार की घटनाएं भी बढ़ी हैं. बढ़ते अपराध के कारण आज राजस्थान सुरक्षित नहीं है."

गोविंद सिंह डोटासरा पर कसा तंज

इस दौरान हनुमान बेनीवाल ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर तंज कसने का मौका भी नहीं छोड़ा. सांसद ने कहा, "विधानसभा में जो रोने वाली घटना हुई है, वह अच्छी नहीं है. जब वसुंधरा मुख्यमंत्री थीं तो बाड़मेर वाले हेमाराम विधानसभा में रोए थे. हेमाराम को वसुंधरा ने इतना डरा दिया था कि वह रो पड़े थे. वो हमारी जाति का अपमान था. विधानसभा में जिस तरह कांग्रेस का आसन के प्रति व्यवहार था, वह ठीक नहीं था. पार्टी के मंझे हुए नेता इस तरह की हरकतें करते हैं तो एक गलत मैसेज जाता है."

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजस्थान की जनता के समय और पैसे को बर्बाद किया है. बेनीवाल ने कहा,"इन्होंने पहले तो हुड़दंग कर दिया और फिर माफी मांगी ली. माफी एक बार नहीं, दो बार मांगी है. या तो करना नहीं चाहिए, अगर कर दिया तो माफी नहीं मांगनी चाहिए. मैंने तो आज तक माफी नहीं मांगी. जबकि कितनी बार संघर्ष किया और लोकसभा में भी सस्पेंड हुआ. लेकिन मैंने माफी नहीं मांगी. या तो करो मत, अगर करो तो फिर पीछे मत हटो. कांग्रेस नेता सिर्फ हो हल्ला करके अपना टाइम पास कर रहे हैं. 25 दिन अब असेंबली चलेगी नहीं और नेता 10 दिन बाहर चले गए. जनता विधायकों को चुनकर इसलिए भेजती है ताकि वह उनकी हक-अधिकारों की आवाज विधानसभा में उठाएं, ना कि विधानसभा में खुद की फोटो खिंचवाने, खुद का नाम छपवाने के लिए और हुड़दंग करने के लिए. हुड़दंग तो कोई भी कर सकता है. इसलिए यह हालत राजस्थान राजस्थान के ठीक नहीं हैं."

कांग्रेस-भाजपा को जीताकर भला नहीं होगा

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले की मांग को आरएलपी आवाज उठाएगी. इसके साथ ही सीकर के नानी भीड़ के गंदे पानी की समस्या और सीकर में बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था का मुद्दा भी उठाया जाएगा. इस मौके पर बेनीवाल ने वर्ष 2028 में आरएलपी को जिताकर सरकार बनाने का मौका देने की अपील भी की.

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