Income Tax रिफंड के नाम पर अब हो रही ठगी, राजस्थान पुलिस ने जारी की चेतावनी

राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने के सीजन में होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी को लेकर एक अहम चेतावनी जारी की है.

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इनकम टैक्स रिटर्न के नाम पर फ्रॉड

Income Tax Refund Fraud: मौजूदा समय में लोग वित्त वर्ष 2024-25 का इनकम टैक्स रिटर्न भरने का काम कर रहे हैं. बता दें कि सरकार इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने की आखिरी तारीख को 31 जुलाई से बढ़ा कर 30 सितंबर कर दिया है. क्योंकि पोर्टल में काफी सारी चीजें बदली गई है. बदलाव की वजह से सरकार ने रिटर्न भरने के लिए ज्यादा टाइम दिया है. लेकिन काफी लोगों को ITR दाखिल करने में परेशानी होती है ऐसे में साइबर ठग एक्टिव हैं और ITR भरने वालों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. ऐसे में राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने के सीजन में होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी को लेकर एक अहम चेतावनी जारी की है.

साइबर अपराधी टैक्स रिफंड, पैन-आधार लिंकिंग और प्रोफाइल सत्यापन जैसे बहाने बनाकर आम जनता को निशाना बना रहे हैं. पुलिस ने लोगों को ऐसे धोखे से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है. वहीं लोगों बताया है कि आपके साथ कैसे ठगी हो सकती है.

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ठगी के आम तरीके

फर्जी मैसेज और कॉल: अपराधी फर्जी ईमेल, एसएमएस और कॉल के जरिए बताते हैं कि आपका टैक्स रिफंड रुका हुआ है या आपने गलत ITR भरा है. वे आपको एक लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं, जो आपको एक नकली वेबसाइट पर ले जाता है.

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फिशिंग वेबसाइट: ये लिंक आपको आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट incometax.gov.in जैसी दिखने वाली नकली साइट पर ले जाते हैं. यहाँ आपसे पैन, आधार, बैंक डिटेल्स, ओटीपी और लॉगिन पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है.

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मालवेयर वाले अटैचमेंट: कुछ ईमेल में ITR की रसीद के रूप में खतरनाक फाइलें (APK) होती हैं, जिन्हें डाउनलोड करने पर आपके फोन या कंप्यूटर में वायरस आ सकता है.

सोशल मीडिया स्कैम: व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर तत्काल रिफंड का दावा करने वाले फर्जी संदेश भेजे जाते हैं, जिनमें नकली लोगो या QR कोड का इस्तेमाल किया जाता है.

इन तरीकों से खुद को बचाएं

  • हमेशा रहें सतर्क: ITR से जुड़ी सेवाओं के लिए सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट incometax.gov.in का ही उपयोग करें.
  • जांच करें: किसी भी ईमेल या संदेश पर भरोसा करने से पहले, भेजने वाले के ईमेल पते की अच्छी तरह से जांच कर लें.
  • जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना ओटीपी, पैन नंबर, आधार नंबर, या कोई भी निजी जानकारी कभी न दें.
  • लिंक पर क्लिक न करें: अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें.
  • UPI/QR कोड स्कैन न करें: किसी भी अज्ञात क्यूआर कोड या यूपीआई लिंक के जरिए रिफंड पाने की कोशिश न करें.

अगर आप साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. आप साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा, आप नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पडेस्क नंबर 9256001930/9257510100 पर भी संपर्क कर सकते हैं.

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