Rajasthan News: तांत्रिक विद्या के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते हैं. कोई बकरे की बलि देता है, तो कोई मुर्गे की बलि. राजस्थान के उदयपुर में अंधविश्वास के नाम पर उल्लू की बलि देने का मामला सामने आया है. तांत्रिक विद्या में उल्लू के इस्तेमाल की शिकायत मिलने पर एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ माला मौके पर पहुंची और श्रीधरा नाम के उल्लू को रेस्क्यू कराया.
तांत्रिक विद्या में उल्लू का इस्तेमाल
एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी, उदयपुर की अध्यक्ष डॉ माला मट्ठा के पास गोगुन्दा के नजदीक काछबा गांव देवड़ो का गुड़ा में श्रीधरा नाम के उल्लू के लिए शिकायत आयी. केसर सिंह देवड़ा ने फ़ोन पर बताया कि उनके गांव में एक परिवार श्रीधरा उल्लू को तांत्रिक क्रिया में उपयोग में ले रहा है.
पिछले तीन दिनों से श्रीधरा को अन्धविश्वास का शिकार बनाया जा रहा था. एनिमल प्रोटेक्शन संस्था ने मामले को तुरंत संज्ञान लिया. मौके पहुंची टीम को श्रीधरा का एक पंख कटा हुआ मिला. जिसमें से खून बह रहा था. इसपर टीम से डॉ माला मट्ठा और कमलेश तेली ने श्रीधरा को रेस्क्यू किया.
आरोपी परिवार के एक्शन
इसके बाद उदयपुर में एडमिट करवाया गया, जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है. वहीं, तंत्र क्रिया में उल्लू का इस्तेमाल करने वाले परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. ऐनिमल प्रोटेक्शन संस्था ने लोगों से ऐसे अंधविश्वासों से दूर रहने की सलाह दी है.
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