Rajasthan Indo-Pak Border: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सीमावर्ती इलाकों में मुस्तैदी बढ़ा दी गई है. बीते बुधवार (23 अप्रैल) को सीएम भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती इलाकों के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये हैं. वहीं केंद्र सरकार ने भी सभी सेनाओं को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. सीएम भजनलाल ने स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट रहने को कहा है और हर छोटी घटनाओं और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह पर नजर बनाए रखने को कहा है. ऐसे में बाड़मेर जिले में जहां पाकिस्तान से सटी 250 किलोमीटर की सीमा है, वहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
स्थानीय पुलिस द्वारा बाड़मेर के प्रतिबंधित इलाकों में चौकसी बढ़ाने के साथ ही सभी पुलिस थानों को नियमित रूप से चेक पोस्ट लगाने निगरानी रखने और पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं.
एसपी खुद कर रहे हैं गश्त
बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में किया गया हमला निंदनीय है. मेरी संवेदनाएं इस हमले में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों के साथ है. इस हमले के बाद पूरे देशभर में रोष है जिसको लेकर कई संगठन ज्ञापन सौंप रहे हैं. आमजन से अपील है कि बेहद नाजुक हालत हैं. ऐसे में समझदारी दिखाते हुए शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करवाएं और शांति व्यवस्था बनाए रखें. किसी भी तरह की अवांछित गतिविधियों और सोशल मीडिया इस तरह के कंटेंट की जानकारी पुलिस को दें. साथ ही ऐसी कोई सामग्री या कमेंट सोशल मीडिया नहीं करें जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े.
पाकिस्तान की करीब 250 किलोमीटर की सीमा बाड़मेर जिले से
बाड़मेर एसपी ने बताया कि आतंकी हमले के बाद बने हालातों के चलते बाड़मेर में कार्यरत सभी सुरक्षा बलों के साथ सामंजस्य बिठाकर सुरक्षा के इंतजाम खड़े किए गए हैं. इसी के साथ ही सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान की चौकसी बढ़ा दी गई है. मैंने स्वयं जिले के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया हैं और लगातार इन्हीं क्षेत्रों में हूं. पाकिस्तान की करीब 250 किलोमीटर की सीमा बाड़मेर जिले से लगती है. ऐसे में जिले के सेड़वा चौहटन बीजराड़ बाखासर गिराब गुड़ामालानी, RGT सहित शहर के सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखने के साथ ही अतिरिक्त चेक पोस्ट लगाने और सीमावर्ती क्षेत्रों से निकलने वाले भारतमाला हाईवे की चौकसी बढ़ा दी गई है.
सभी वाहनों की चेकिंग
हाइवे से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की तलाशी और छानबीन की जा रही है. इसके अलावा सीमावर्ती क्षेत्रों में बिना सत्यापन के रह रहे लोगों की जानकारी जुटाना के साथ ही इलाके में एरिया डोमिनेशन चलाकर संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है.
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