Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर के बनीपार्क इलाके में स्थित एक आइस फैक्ट्री में अचानक अमोनिया गैस रिसाव से बुधवार सुबह हड़कंप मच गया. ये हादसा पानीपेज नाम की जगह पर हुआ. गैस लीक होते ही फैक्ट्री के अंदर मौजूद मजदूरों और आस-पास रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई और वे जान बचाकर तुरंत बाहर भाग आए. हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अमला तुरंत हरकत में आ गया. मौके पर दमकल की आधा दर्जन (6) गाड़ियां पहुंची हैं.
कितनी खतरनाक है यह गैस?
फैक्ट्री में अमोनिया गैस (Ammonia Gas) का रिसाव हुआ है, जिसका इस्तेमाल आइसक्रीम और कोल्ड स्टोरेज में कूलिंग के लिए किया जाता है. मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि रिसाव करीब 150 किलोग्राम अमोनिया गैस का था. हालांकि, अमोनिया गैस को तुरंत जलने वाली गैस की तरह खतरनाक नहीं माना जाता है, लेकिन इसकी तीखी गंध और हवा में ज्यादा मात्रा जानलेवा हो सकती है. यह सांस की नली और आंखों में जलन पैदा करती है, इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.
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मजदूरों और लोगों में मची भगदड़
गैस लीक की खबर मिलते ही फैक्ट्री में मौजूद सभी मजदूरों को तुरंत बाहर निकाला गया. फैक्ट्री को तत्काल प्रभाव से खाली (Evacuate) करा लिया गया है. गैस की बदबू आस-पास के घरों तक फैल गई. बनीपार्क जैसे घने आबादी वाले और पॉश इलाके में गैस रिसाव की खबर सुनते ही आस-पास रहने वाले लोग भी घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
सिविल डिफेंस और फायर ब्रिगेड एक्शन में
हादसे की गंभीरता को देखते हुए सिविल डिफेंस (Civil Defence) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. बनीपार्क फायर स्टेशन से दमकल की टीम तुरंत रवाना हुई और मौके पर पहुंचकर गैस रिसाव को रोकने की कोशिश में जुट गई. फायरमैन फिलहाल गैस के स्रोत को बंद करने और उसके असर को कम करने के प्रयास कर रहे हैं. अमोनिया गैस के असर को कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि लोगों को कम से कम परेशानी हो. मौके पर मौजूद फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस के अधिकारी हालात को कंट्रोल करने में जुटे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि गैस रिसाव को जल्द से जल्द रोका जा सके और कोई बड़ी अनहोनी न हो.
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क्या होती है अमोनिया गैस?
अमोनिया एक तीखी गंध वाली गैस होती है, जिसका औद्योगिक इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है. यह खास तौर पर फ्रीजिंग और रेफ्रिजरेशन प्रक्रियाओं में इस्तेमाल होती है. हालांकि, इसकी ज्यादा मात्रा में रिसाव होने पर यह सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों को नुकसान और आंखों में गंभीर जलन पैदा कर सकती है. यही वजह है कि इसे लीक होते ही इतना बड़ा सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घटनास्थल से दूर रहें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. हालात पूरी तरह से नियंत्रण में आने तक राहत और बचाव कार्य जारी रहेगा.
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