Kota Suicide case: कोटा में दो दिन पहले ओडिशा के एक कोचिंग छात्र के आत्महत्या मामले के बाद परिजन आज यानी शनिवार को कोटा पहुंचे. जहां उन्होंने कोटा के विज्ञान नगर थाने पहुंचकर अपने बेटे का शव लेने की बात कही. पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया.
परिजन बोले जिले का टॉपर था उनका बेटा
करीब 30 घंटे का सफर तय कर कोटा पहुंचे परिजनों का बेटे का शव देखकर रो-रोकर बुरा हाल हो गया. उन्होंने बताया कि घटना से एक दिन पहले ही उससे बात हुई थी, ऐसा नहीं लगा था कि वह ऐसा कदम उठाएगा. मृतक छात्र के चचेरे भाई विपिन गिरी ने बताया कि अभिजीत पढ़ाई में बहुत अच्छा था. वह 10वीं में टॉपर था. उसने 95 फीसदी अंक हासिल किए थे. उसने कोटा आकर पढ़ाई करने की इच्छा जताई थी, लेकिन यहां ऐसा क्या हो गया कि उसने आत्महत्या कर ली.
बड़े भाई प्रशासन से मांग
बड़े भाई विपिन गिरी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वे इस बात का पता लगाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएं कि कोटा में लगातार ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं. हमारा भाई तो अब इस दुनिया में नहीं रहा लेकिन कोटा में बहुत से बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं, उनकी उचित देखभाल होनी चाहिए, उन्हें तनाव मुक्त रखने का प्रयास होना चाहिए.
सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर पीजी को किय सीज
मृतक 18 वर्षीय छात्र अभिजीत ओडिशा का रहने वाला था और कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था मृतक ने हॉस्टल के जिस कमरे में आत्महत्या की, वहां कोई हैंगिंग डिवाइस नहीं थी. जिसके चलते जिला प्रशासन ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने पर पीजी को सील कर दिया. मृतक छात्र के पोस्टमार्टम के बाद परिजन उसका शव लेकर ओडिशा के लिए रवाना हो गए.
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