राजस्‍थान में 1030 परीक्षा केंद्रों पर होगी पटवारी परीक्षा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

कुल 6 लाख 76 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. इनमें सबसे अधिक 1 लाख 34 हजार उम्मीदवार जयपुर में परीक्षा देंगे. सुरक्षा के कड़े इंतजाम क‍िए गए हैं.

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परीक्षा केंद्र के बाहर लाइन में खड़ीं अभ्यर्थी.

राजस्‍थान में आज दो पार‍ियों में पटवारी की परीक्षा होगी. 1030 केंद्रों परीक्षा होगी. पहली पारी प्रथम पारी सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दूसरी पारी 3 बजे से सायं 6 बजे तक परीक्ष होगी. बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. इसलिए अभ्यर्थियों को समय से पहले केंद्र पर पहुंचने की सलाह दी गई है. बारिश के मौसम को देखते हुए उम्मीदवारों को अतिरिक्त समय का मार्जिन रखना होगा. प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर बायोमेट्रिक और फेस-स्कैनिंग की जाएगी, जिससे प्रवेश प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है.

बूंदी में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए 

बूंदी में 16 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. जिले में अधिकतम 6406 परीक्षार्थी ह‍िस्‍सा लेंगे. राजकीय केन्द्र पर एक और निजी परीक्षा केन्द्र पर 2 केन्द्र पर्यवेक्षक नियुक्त क‍िए गए हैं. परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे पूहले तक ही अनुमत‍ि होगा. भीलवाड़ा में 14 हजार 256 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. यहां 21 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.

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परीक्षा केंद्र के बाहर चेकिंग करते पुलिसकर्मी.

बोर्ड ने जारी किए निर्देश 

राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड ने पटवारी भर्ती परीक्षा के दौरान सुरक्षा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए धातु (मैटल) से बनी वस्तुएं पहनने पर पूरी तरह रोक लगाई है. बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई भी वस्तु जिसकी जांच मैटल डिटेक्टर से न हो सके, परीक्षा केंद्र में ले जाने की अनुमति नहीं होगी.

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ताबीज पहनने पर रोक 

यहां तक कि ताबीज पहनकर भी आने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. हालांकि सिख धर्म के अभ्यर्थियों को कड़ा और कृपाण पहनने की अनुमति होगी, लेकिन इसकी भी जांच अनिवार्य होगी. इसके अलावा कलावा, मोली और जनेऊ जैसे धार्मिक प्रतीकों पर कोई रोक नहीं होगी.

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महिलाओं को मेहंदी लगाने से मना किया 

महिला अभ्यर्थियों को परीक्षा के दिन हाथों पर मेहंदी लगाने से मना किया गया है, क्योंकि इससे फिंगरप्रिंट स्कैनिंग प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा मैटलिक ज्वैलरी पहनकर आने पर भी रोक रहेगी. आलोक राज ने कहा कि मंगलसूत्र जैसी धातु की वस्तु पहनकर आने पर जांच के दौरान इसे उतारना होगा, लेकिन जांच पूरी होते ही महिला अभ्यर्थी इसे फिर से पहन सकती हैं.

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