Phalodi Satta Bazar: राजस्थान का फलौदी सट्टा बाजार, जहां चढ़ते-गिरते भावों से बन और बिखर जाती हैं सरकारें, जानें कैसे होता हैं आकलन?

Rajasthan Phalodi Satta Bazar: आईपील कौन जीतेगा, टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट 2024 में किसकी जीत होगी? अमेरिका के चुनावों में क्या होगा? लगभग हार-जीत को लेकर अगर कहीं का सट्टा सबसे ज़्यादा चर्चा में रहता है तो वो फलोदी का है. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर फलौदी सट्टा बाजार चर्चा में हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Lok Sabha Election 2024 Rajasthan: राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव के दो चरणों के मतदान हो चुके हैं. ईवीएम में कैद हुई भावी सांसदों और पार्टियों की किस्मत का फैसला 4 जून को होगा, जब मतगणना होगी, लेकिन राजस्थान का फलौदी सट्टा बाजार में बढ़ते और घटते भाव अक्सर सरकारें के बनने और गिरने के संकेत देती आई हैं.

ईवीएम में कैद वोटों के परिणाम किसके हक में आएंगे, आकलन शुरू हो गया है, लेकिन चुनाव के बाद अक्सर चर्चा में रहने वाले फलौदी सट्टा बाज़ार पर एक बार फिर सबकी निगाहें हैं.

7 चरणों के लोकसभा चुनाव के बाद 4 जून को आएंगे फैसले

लोकसभा के लिए सात चरणों में मतदान होने हैं. 4 जून को फ़ैसले आने हैं, लेकिन कयासों और अटकलों के बाजार गर्म है कि 2024 में केंद्र में किसकी सरकार बनेगी ? लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान की जनता का मूड क्या था?  जनता ने किसे अपना वोट दिया है? इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने के लिए सबकी निगाहें फलोदी सट्टा बाजार की ओर हैं. 

राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हुए, जबकि 26 अप्रैल को दूसरे चरण में हुए 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुए.

पूरे हिंदुस्तान में है.फलोदी के सट्टा बाज़ार का नेटवर्क

करोड़ों रुपए के फलौदी सट्टा बाजार का नेटवर्क पूरा हिंदुस्तान में हैं. कहा जाता है कि यहां रोज़ाना अघोषित तौर पर करोड़ों का सट्टा लगता है. फलोदी सट्टा बाजार का गणित उल्टा है. चुनाव में जिस प्रत्‍याशी का भाव कम निकाल रहा है, ऐसे प्रत्‍याशी की जीत की संभावना अधिक होती है, जिनके भाव ही नहीं निकल रहे, मतलब उनके हार की संभावना ज़्यादा है.

आईपील कौन जीतेगा, टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट 2024 में किसकी जीत होगी? अमेरिका के चुनावों में क्या होगा? लगभग हार-जीत को लेकर अगर कहीं का सट्टा सबसे ज़्यादा चर्चा में रहता है तो वो फलोदी का है.

दिलचस्प है ये जानना कि सटोरिये अनुमान कैसे लगाते हैं?

फलौदी सट्टा बाजार अनुमान का खेल है. जनता के मन में क्या है? यहां ये जानना दिलचस्प है कि ये सटोरिये अनुमान कैसे लगाते हैं और किस जानकारी पर काम करते हैं. इस बाज़ार के लोगों के दावे हैं कि ये अख़बार पढ़ते हैं, मीडिया रिपोर्ट्स देखते हैं. नेताओं की सभाओं में भीड़ देखते हैं, लोगों से बात करते हैं और वोटिंग प्रतिशत देखते हैं

फलोदी सट्टा बाजार का गणित उल्टा है. चुनाव में जिस प्रत्‍याशी का फलोदी सट्टा बाजार भाव कम निकाल रहा है, इसका मतलब ये नहीं कि वो प्रत्‍याशी कमजोर है. कम भाव वाले प्रत्‍याशी की जीत की संभावना अधिक होती है.

मुंबई शेयर मार्केट में भी है फलोदी सट्टा बाजार की पकड़

कहा जाता है कि फलोदी सट्टा बाज़ार पर देश की हर मार्केट की नज़र रहती है. मुंबई शेयर मार्केट में भी फलोदी वालों की पकड़ काफ़ी मज़बूत मानी जाती है. बताया जाता है कि यहां के करीब 300 लोग वहां काम करते हैं. फलोदी शहर के बारे में देश के दूसरे हिस्सों में शायद ही कोई ज़्यादा जानता हो, लेकिन इसके सट्टा बाज़ार की चर्चा बेहद गर्म रहती है.

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फलोदी के इस बाज़ार में सबको अपने विचार रखने का हक़ है. कहा जाता है कि गली-गली घर-घर सट्टा खेला जाता है. किसी ने जूता फेंका तो सीधा गिरेगा या उल्टा, इस बात पर भी सट्टा लग जाता है.

कर्नाटक चुनाव सटीक रहे थे फलोदी सट्टा बाज़ार के नतीजे

हाल ही में यहां के कई आंकलन ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. पिछले साल मई में कर्नाटक में चुनाव हुए थे. फलोदी सट्टा बाज़ार ने कांग्रेस को 137 और बीजेपी को 55 सीटें दी थीं. नतीजों में कांग्रेस को 135 और बीजेपी को 66 सीटें मिली थीं. इससे पहले 2022 में हिमाचल प्रदेश में कांटे की टक्कर के बीच कांग्रेस की जीत बताई गई थी.

जानकारों का कहना है कि फलौदी सट्टा बाजार में पारंपरिक रूप से करीब 500 साल से सट्टा खेला जा रहा है. हालांकि फलोदी शहर सट्टा बाजार के साथ-साथ 'नमक नगरी' के नाम से भी प्रसिद्ध है.

राजस्थान के फलोदी में 500 साल से खेला जा रहा है सट्टा

राजस्थान के जोधपुर में स्थित फलोदी का सट्टा बाजार में पिछले 500 सालों से खेला जा रहा है. चर्चित फलौदी सट्टा बाजार  की तरह ही बीकानेर और शेखावटी में कुछ इसी तरह का सट्टा लगाया जाता है. फलौदी में गर्मियों के दिनों में तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन, फ़िलहाल यहां चुनावी तापमान बढ़ा हुआ है.

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