राजस्थान में मंत्री पद का खेला! इस्तीफा दे चुके मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ले रहे विभागीय बैठक

भजनलाल सरकार में किरोड़ी लाल मीणा को कृषि एवं उद्यानिकी विभाग ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग और जन अभियोग निराकरण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

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Kirodi Lal Meena

Rajasthan Politics: राजस्थान की भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री का खेला अब जनता के समझ से बाहर हो चुका है. किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद को लेकर पूरे प्रदेश में कंफ्यूजन की स्थिति बन गई है. जहां किरोड़ी लाल मीणा खुद को मंत्री नहीं मानते हैं और मीडिया को कहते हैं कि मैं मंत्री पद की हैसियत से काम नहीं कर रहा हूं. लेकिन दूसरी ओर सरकार उन्हें कैबिनेट मंत्री बता रहे हैं. इतना ही नहीं किरोड़ी लाल मीणा अब विभागीय बैठक भी लेना शुरू कर दिया है और अधिकारियों को विभाग की ओर से निर्देश दे रहे हैं.

किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद को लेकर खेल लोकसभा चुनाव के बाद से शुरू हुआ है. जब उन्होंने अपने वादे के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में जिम्मेदार सीट पर हार के बाद इस्तीफे की घोषणा की थी. लेकिन सीएम भजनलाल शर्मा ने उनके मंत्री पद से इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया. इसके बाद दिल्ली दौरा शुरू हुआ लेकिन बातें नहीं सुलझी. लेकिन अब किरोड़ी लाल मीणा खुद को मंत्री नहीं बताते हुए विभागीय काम संभालना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब लोगों के पास एक ही सवाल है कि किरोड़ी लाल मंत्री है या नहीं.

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मंत्री पद के खेल में अधर में जनता

बता दें भजनलाल सरकार में जब कैबिनेट का बंटवारा हुआ था तो किरोड़ी लाल मीणा को कृषि एवं उद्यानिकी विभाग ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग और जन अभियोग निराकरण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

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अब जनता के पास इन विभागों से जुड़ी समस्याओं की लिस्ट है लेकिन जनता को यह नहीं पता है कि इन विभागों को किरोड़ी लाल मीणा संभाल रहे हैं या नहीं. क्योंकि जनता के सामने वह खुद को MLA की हैसियत से मिल रहे हैं. ऐसे में मंत्री पद का खेल में जनता अधर में फंसी हुई है.

क्या किरोड़ी लाल मीणा की वापसी पर पार्टी में हो रहा टकराव

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को लेकर मीडिया से कहा कि वह मंत्री पद पर बने हुए हैं. वहीं किरोड़ी लाल मीणा ने भी इसी वजह से अपने एक्स पर बायो अपडेट कर खुद को मंत्री लिखा. लेकिन इसके बाद उनके साथ बड़ा खेल हुआ और उन्होंने अपने मंत्री पद का बायो हटा दिया.

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दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा गंभीर नदी में डूबे सात युवकों के परिजन से मिलने पहुंचे. इसके साथ ही उन्हें आपदा प्रबंधन की ओर से जारी मुआवजा का चेक परिजनों को सौंपना था. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही जिला कलेक्टर द्वारा परिजनों को चेक सौंप दिया गया. 

इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि किरोड़ी लाल मीणा द्वारा राजस्थान में आई आपदा को लेकर निरीक्षण के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की गई थी. लेकिन उन्हें हेलिकॉप्टर मुहैया नहीं कराया गया. इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया को कहा कि वह मंत्री के हैसियत से यहां नहीं आए हैं. यह उनकी आदत है इसलिए लोगों का दुख-दर्द बांटने आए हैं. लेकिन इस घटना से साफ है कि किरोड़ी लाल मीणा की वापसी को लेकर पार्टी का एक धरे में टकराव की स्थिति है.

किरोड़ी लाल कर रहे हैं विभागीय बैठक

किरोड़ी लाल मीणा ने आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री की हैसियत से बुधवार 14 अगस्त को भारी वर्षा के कारण अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से आपदा प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अतिवृष्टि के कारण आपदा की स्थिति में सभी अधिकारी आपसी समन्वय से सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होंने भराव से प्रभावित क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, खाद्य साम्रगी, चिकित्सकीय सुविधा, अवरूद्ध रास्तों से जल निकासी व सफाई करवाकर मार्गों की शीघ्र बहाली करें. साथ उन्होंने जलज नित मौसमी बीमारियों की निगरानी रखते हुए ड्रग वेयर हाउस की नियमित मॉनिटरिंग करने, आवश्यक दवाइयों की पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिए.

बहरहाल किरोड़ी लाल मीणा भले ही खुद को मंत्री नहीं बता रहे हैं. लेकिन वह अपने मंत्री पद के कर्तव्य का निर्वहन करना शुरू कर दिया है.