चूरू में मंगलवार को गोगामेड़ी मंदिर पर मान्यता, विश्वास और आस्था का संगम देखने को मिला. यहां हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक लोकदेवता गोगा जी महाराज को रिझाने के लिए विशाल जागरण और जहरीले सांपों के साथ विशाल अखाड़े का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों महिला और पुरुष श्रद्धालु जागरण और अखाड़े के साक्षी बने.
कलाकारों ने किया डांस
बाबूलाल छोटड़िया एंड पार्टी की ओर से गोगाजी महाराज के जन्म, विवाह और अन्य कथाओं का वर्णन किया गया. जागरण में आए श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर दिया. डेरु की थाप पर थिरकते कलाकारों ने रात भर गोगा जी महाराज को रिझाया, इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में दयनाथ महाराज भी उपस्थित रहे. चूरू के दुर्गादत्तजी की मैड़ी से आए भक्त गोगराज और अरविंद सैनी की टोली ने जहरीले सांपों के साथ विशाल अखाड़े का आयोजन किया.
जहरीले सांपों का विशाल अखाड़ा
इस दौरान नगर परिषद सभापति राजकरण चौधरी को मनोकामना पूर्ण गोगामेड़ी के भक्त बालचंद प्रजापत ने गोगा जी महाराज की प्रतिमा देकर सम्मान किया गया. ढोल की थाप और जहरीले सांपों के साथ हुए विशाल अखाड़े में गोगा भक्त जमकर थिरके. इस अवसर पर मनोकामना पूर्ण गोगामेडी परिवार के विनोद जोशी ने बताया कि इस बार भी लोक देवता गोगा जी महाराज का 12वां विशाल जागरण आयोजित किया गया है.
हिंंदू-मुस्लिम दोनों गोगा जी की करते हैं पूजा
गोगामेड़ी के भक्त बालचंद प्रजापत ने बताया कि मान्यता है कि लोक देवता गोगा जी महाराज जहरीले जीव जैसे सांप, बिच्छू गोह आदि से रक्षा करते हैं. इसीलिए लोक देवता गोगा जी महाराज की हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म के लोग पूजा करते हैं. विशेष तौर पर गोगा जी महाराज की श्रावण और भाद्रपद माह में पूजा आराधना होती है.
चूरू क्षेत्र में सैकड़ों स्थान पर लोक देवता गोगा जी महाराज के मेले भी भरे जाते हैं. गोगामेड़ी निर्माण के लिए विश्वकर्मा नगर के रमेश जांगिड़ ने 51 हजार, पवन पुत्र भंवर लाल पांडे ने 11 हजार रुपये, महावीर प्रजापत ने11 हजार रुपये सहित गोगामेड़ी पर आए श्रद्धालुओं की ओर से सहयोग किया गया.
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