लोकसभा में पीएम मोदी ने दिया विपक्ष को जवाब, '2014 के पहले निराशा के 7 शब्द सुनाई देते थे'

पीएम मोदी के भाषण के साथ ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया. पीएम मोदी ने विपक्ष के हंगामे के बीच ही अपना भाषण दिया.

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Narendra Modi in Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया. हालांकि, पीएम मोदी के भाषण के साथ ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया. पीएम मोदी ने विपक्ष के हंगामे के बीच ही अपना भाषण दिया. उन्होंने कहा, देश की जनता ने हर कसौटी पर जनता ने जनादेश दिया है. जनता ने 10 साल के हमारे ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है. जनता ने देखा है कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने जिस समर्पण भाव से जन सेवा ही प्रभु सेवा इस मंत्र को चरितार्थ करते हुए जो कार्य किया है. उसके कारण 10 साल में 25 करोड़ गरीब गरीबी से बाहर निकले हैं. देश की आजादी के काल खंड में इतने समय में गरीबी से बाहर निकालने के कारण यह जीत हुई है.

2014 में जब पहली बार जीत कर आए थे. तब भी चुनाव के अभियान में कहा था कि हमारा भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रहेगा. आज मुझे गर्व है कि हमारे सरकार ने देश के सामान्य लोग जो करप्शन के कारण पीड़ित है. जो करप्शन ने देश को खोखला कर दिया है. ऐसे में भ्रष्टाचार के खिलाफ जो काम किया है उसके लिए जनता ने आर्शीवाद दिया है. आज दुनिया में भारत की शाख बढ़ी है. आज विश्व में भारत का गौरव बढ़ रहा है. देश की जनता ने देखा है कि हमारा एक मात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है. हमारी हर नीति हमारे हर निर्णय और हमारे हर कार्य का एक ही तराजू रहा है भारत प्रथम.

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देश ने लंबे वक्त तक तुष्टीकरण की राजनीति भी देखी

10 साल में हमारी सरकार सब का साथ सबका विकास इस मंत्र को लेकर के लगातार देश के सभी लोगों के कल्याण करने का प्रयास करती रही है. हम उस सिद्धांतों को समर्पित है. इस देश ने लंबे वक्त तक तुष्टीकरण की राजनीति भी देखी. इस देश ने तुष्टीकरण के गर्वनेंस का मॉडल भी देखा और देश ने सैक्लुरिज्म का प्रयास किया. 10 साल के हमारे कार्य को देखने और परखने के बाद भारत की जनता ने हमारा समर्थन किया है. हमें फिर एक बार 140 करोड़ भारतवासियों का सेवा करने का मौका मिला है. हमने इस बात को सिद्ध किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है और कितने विवेक का परिचय दिया है. यही वजह है कि तीसरी बार हम सेवा करने के लिए उपस्थित हुए हैं. देश की जनता ने हमारी न्याय को देखा है. हमारी नियत और निष्ठा पर देश की जनता भरोसा जताया है. 

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आजादी के बाद विकसित भारत के लिए देश की जनता तरसता रहा है. विकसित भारत में शहर और गांव की स्थिति बहुत ज्यादा सुधार होता है. गांव के जीवन में गौरव, गरिमा और विकास के नए-नए अवसर होता है. विकसित भारत का मतलब होता है कोटि-कोटि अवसर उपलब्ध होता है. पीएम मोदी ने कहा, देश के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि विकसित भारत के जिस संकल्प को लेकर चले हैं. उस संकल्प की पूर्ति के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे. हमने देश की जनता को 24X7 टू 2047 हम उस काम को अवश्य पूरा करेंगे.

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देश में कुछ नहीं हो सकता 7 शब्द 2014 के पहले सुनाई देते थे

2014 के उन दिनों को याद करेंगे तो हमें ध्यान आएगा कि हमारे देश के लोगों का आत्मविश्वास टूट गया था. देश निराशा के गर्त में डूब गया था. 2014 के पहले देश ने जो सबसे बड़ा नुकसान भुगता था. जो सबसे बड़ी अमानत खोई थी वह था देश के लोगों का आत्मविश्वास. जब आत्मविश्वास खत्म होता है तो देश को खड़ा करना मुश्किल होता है. तब लोग कहते हैं 'देश का कुछ नहीं हो सकता है'. यह शब्द सुनाई देते थे.

भारतीयों की हताशा के यह शब्द बन गए थे. उस समय आए दिन अखबार खोलते थे तो घोटालों की खबर मिलते थे. हजारों करोड़ के घोटाले और घोटालों के घोटालों से प्रतिस्पर्धा. साथ ही सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किया जाता था कि 1 रुपये में 85 पैसे का घोटाला होता है. उस समय भाई भतीजा वाद इतना फैला था तो लोग समझते थे कि अगर सिफारिश नहीं हो तो काम नहीं होगा. गरीबों को घर के लिए रिश्वत देनी होती थी. गैस कनेक्शन के लिए सांसदों और विधायक के घर का चक्कर काटते थे.

मुफ्त राशन के लिए हक का राशन नहीं मिलता था. भारतीय भाई-बहन इतने निराश हो गए कि अपने भाग्य को दोष देकर जिंदगी काट रहे थे. वह एक वक्त था 2014 के पहले यह चल रहा था. उसके बाद देश की जनता ने हमें सेवा के लिए चुना था. वहां से देश में बदलाव शुरू हो गया. देश निराशा के गर्त से निकलकर खड़ा हो गया. उसके बाद लोग कहते हैं देश में सबकुछ संभव है यह विश्वास जनता ने जताया. हमने सबसे पहले तेज 5जी रोल आउट दिखाया. आज देश कहने लगा भारत कुछ भी कर सकता है. 

2014 के पहले फोन बैंकिंग के नाम पर बड़े-बड़े बैंक घोटाले 

वह एक समय था 2014 के पहले फोन बैंकिंग के नाम पर बड़े-बड़े बैंक घोटाले किये जा रहे थे. बैंक का खजाना लूट लिया गया था. 2014 के बाद नीतियों में परिवर्तन निर्णय में गति, निष्ठा प्रमाणिकता की आज भारत की बैंक सर्वाधिक मुनाफा करने वाली बैंक बन गई. 2014 के पहले जब आतंकी आकर के जब चाहे हमला कर सकते थे. 2014 के बाद हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है, सर्जिकल स्ट्राइक करता है.

देश का एक-एक नागरिक जानता है अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है. आर्टिकल 370 इसकी पूजा करने वाले लोगों ने वोट बैंक का हथियार बनाने वालों ने जम्मू कश्मीर के जो हालात कर दिये थे. भारत का संविधान जम्मू कश्मीर के अंदर जा नहीं सकता था. तब सेनाओं पर पत्थर चलते थे. लोग निराशा में कहते थे जम्मू कश्मीर का कुछ नहीं हो सकता है. लेकिन आज 370 की दीवार गिरी और लोकतंत्र मजबूत है. भारत के लोकतंत्र पर भरोसा करते हुए वहां आज मतदान करने के लिए आ रहे हैं.

140 करोड़ देशवासियों में यह विश्वास पैदा होना विकास का ड्राइविंग फोर्स बन जाता है. इस विश्वास ने ड्राइविंग फोर्स का काम किया है. यह विश्वास विकसित भारत संकल्प से सिद्धि का विश्वास है. जब आजादी का जनता चल रहा था और जो भाव देश में था, आजादी लेकर रहेंगे. वहीं विश्वास आज देश के लोगों में पैदा हुआ है. जो ललक आजादी के आंदोलन में थी. वहीं ललक विकसित भारत के सपने को पूरा करने के संकल्प में हैं.

भारत के लक्ष्य आज विराट हैं. 10 साल में आज देश को अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने हैं. 10 वर्षों में भारत विकास की जिस ऊंचाई पर बैठा है. वह एक प्रतिस्पर्धा का बैंचमार्क बन गया है. 10 साल में हमने जो स्पीड पकड़ा है. अब इस स्पीड को और तेज करना है. हम हर सफलता को हर सेक्टर को नेक्स्ट लेवल तक ले जाएंगे. 10 साल में भारत की इकॉनोमी को 5 पर ले गए हैं. अब हम नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए जिस गति पर चले रहे हैं उसे 3 नंबर पर ले जाएंगे. 10 सालों में हमने भारत को मोबाइल फोन का बड़ा मैग्नीफैक्चर बना दिया. भारत को मोबाइल फोन का बड़ा एक्सपोर्टर बना दिया.