Rajasthan News: राजस्थान की दौसा लोकसभा सीट (Dausa Lok Sabha Constituency) लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, जिसके चलते भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के नेता यहां से जीत दर्ज करने के चक्कर में लगे हैं. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 12 अप्रैल को दौसा में कन्हैया लाल मीणा (Kanhaiya Lal Meena) के पक्ष में एक रोड शो करने के लिए आने वाले हैं. रोड शो से पहले दौसा बीजेपी के 'भीष्म पिता' कहे जाने वाले नेता गोवर्धन लाल बढेरा (Govardhan Lal Badhera) ने पीएम मोदी से मिलने की इच्छा जाहिर की है.
जनसंघ के समय से जुड़े हैं गोवर्धन लाल
गोवर्धन लाल जनसंघ के समय से भाजपा के सच्चे सिपाही रहे हैं. इन्हीं के समय जनसंघ का जन्म हुआ जो बाद में भाजपा के नाम से पहचाने जाने लगी. जनसंघ के समय से भाजपा के इस नेता ने दौसा में बीजेपी के लिए अपनी खुद की भीष्म पितामह वाली पहचान कायम की. हालांकि सक्रिय राजनीति से दूर इस नेता ने कभी भी पार्टी से किसी भी तरह की कोई उम्मीद नहीं पाली, जिसका परिणाम यह है कि पार्टी ने भी इन्हें सक्रिय राजनीति में आने का मौका नहीं दिया. अब वह चाहते हैं कि अबकी बार भाजपा 400 पार का निशान बनाए और एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सत्ता की बागडोर संभालें.
उम्र के अंतिम पढ़ाव में हैं गोवर्धन बढेरा
आज भी दौसा में आने वाले हर छोटे-बड़े बीजेपी इन नेता भीष्म पितामह से मिलकर जरूर जाते हैं. उनका दौसा में आना भी सार्थक जब ही माना जाता है, जब वह 95 वर्षीय गोवर्धन लाल बढेरा से मिलें. गोवर्धन लाल बढेरा अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव पर हैं, जहां उन्होंने इस पड़ाव में आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो के दौरान उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की है. उनका कहना है कि अब उनकी कोई ख्वाहिश बाकी नहीं है. गोवर्धन लाल बढेरा वह नेता हैं, जिन्होंने जन संघ के समय कई बार जेल यात्राएं की हैं, और बीजेपी के सच्चे सिपाही के रूप में पार्टी को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाई है. अब 12 अप्रैल को प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान देखने वाली बात यही होगी कि मोदी का रोड शो जब गोवर्धन लाल बढेरा के प्रतिष्ठान के आगे से होकर निकलेगा तो क्या मोदी भी भाजपा की परंपरा को कायम रखते हुए इनके उम्र के अंतिम पड़ाव की इच्छा पूरी कर पाएंगे.
ये भी पढ़ें:- अलवर की इंक बनाने वाली कंपनी में लगी भीषण आग, कई KM दूर तक नजर आ रहीं लपटें