Rajasthan Politics: अशोक गहलोत ने सोमवार (27 मई) को एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने वाले नेताओं को नाकारा, निकम्मा और गद्दार बताया. अब इस बयान (Ashok Gehlot Statement) पर राजस्थान की सियासत गरम हो गई है. इस बयान के बाद बीजेपी नेता ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी नेता रिछपाल मिर्धा ने गहलोत के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस राज में कांग्रेसी नेताओं तक के काम नहीं होते थे. कांग्रेसी नेताओं ने अपना मान सम्मान बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी छोड़ी और भाजपा का दामन थामा, इसके जिम्मेदार गहलोत ही हैं. कांग्रेस राज में जिसने सत्ता का सुख भोगा है, वह आपके पॉलिटिकल पापा हैं. उनका ही काम आप ने किया और नागौर में इनको ही आगे बढ़ाया. हमने और कांग्रेस के कई नेताओं ने खून पसीने से कांग्रेस को सींचा था. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने में हमारा कोई स्वार्थ नहीं है. आपको 4 जून से पहले ही जितनी बयानबाजी करनी है कर लो, उसके बाद कोई मौका नहीं मिलेगा. आपकी परफॉरमेंस का पता जालोर में चलने वाला है.
आपको बता दें, रिछपाल मिर्धा इसी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ काफी सारे बयान दिये थे.
कांग्रेस की दुर्गति के जिम्मेदार आप
रिछपाल मिर्धा ने कहा है कि निकम्मा, नकारा और गद्दार शब्द तो आप पहले भी कांग्रेस के लोकप्रिय नेताओं के लिए भी बोल चुके है. आप ने जमीर बेच कर 5 साल एक टांग पर सरकार चलाई, उसका लोगों ने आपको जवाब दिया और सत्ता से बाहर कर दिया. जिस कौम की आबादी राजस्थान में 23-24 प्रतिशत है, उसको खत्म करने का काम आप ने ही किया. राजस्थान में कांग्रेस की दुर्गति के जिम्मेदार आप ही है. आप के इन जुमलों से अंत में कांग्रेस पार्टी में आप और आलाकमान ही बचेंगे. जनता जानती है, कि आलाकमान को नीचे झुकाने का काम भी आप ने ही किया.
महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने भी किया पलटवार
बांसवाडा-डूंगरपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी महेन्द्र जीत मालवीय भी दशकों कांग्रेस में रहने के बाद बीजेपी में शामिल हुए. उन्होंने अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी के निर्देश के विरोध में 25 सितंबर 2022 को चेताने वाले और उनके दूत को बैरंग लौटाने वाले गहलोत आप ही थे. दिग्गज नेताओं की राजनीतिक हत्या करने वाले कौन थे, वो जनता जानती है. सभी कांग्रेसी कांग्रेस पार्टी की नीतियों से दुखी होकर छोड़कर गए. कांग्रेस पार्टी ने एमपी, गुजरात और राजस्थान के अन्य जिलों में बाप पार्टी से समझौता नहीं किया, सिर्फ अशोक गहलोत ने बांसवाड़ा में ही बाप पार्टी से समझौता कर कांग्रेस को खत्म करने का काम किया.
पूर्व सांसद गोपालसिंह ईडवा ने गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अशोक गहलोत बोखलाए हुए हैं. प्रदेश की जनता इनको और इनके घोटालों को जान गई है. अब ये पूरी तरह एक्सपोज़ हो गये है. जब से भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री का पद सम्भाला है तब से प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है इससे अशोक गहलोत बोखला गये है. इनके राज में जितने घोटाले हुए वो प्रदेश की जनता जानती है.
भाजपा नेता पं. सुरेश मिश्रा ने कहा कि विगत 5 वर्षों में आपके नेतृत्व में चली सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड दिए जिसके बारे में आपकी पार्टी के अनेक विधायकों ने टीवी पर आरोप लगाए. सोनिया गांधी को खुश करने के लिये आपने 25 लाख रीट परीक्षार्थियों का जीवन बर्बाद कर दिया. आरपीएससी को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर राजस्थान की शासन व्यवस्था में अक्षम और भ्रष्ट लोगों की भर्ती का रास्ता खोलकर महापाप किया. राजस्थान और कांग्रेस के एकमात्र नॉन परफॉर्मिंग एसेट स्वयं अशोक गहलोत हैं जो अपनी पार्टी को 25 साल से कमजोर करते आ रहे हैं.
य़ह भी पढ़ेंः अशोक गहलोत ने कांग्रेस के इन नेताओं को बताया गद्दार, कहा- 'पीठ में छुरा घोपनें वाले हैं'